मुजफ्फरपुर जिले में एक क्वारेंटाइन सेंटर में घुसकर स्थानीय बदमाशों ने तीन प्रवासियों को जबरन शराब पिलाने की कोशिश की, विरोध करने पर तीनों को छत से फेंक दिया। छत के फेंके गए तीन प्रवासियों में से दो की हालत नाजुक है।
मुजफ्फरपुर। लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के प्रवासी मजदूर वापस आ रहे हैं। बिहार आने पर इन प्रवासियों की स्क्रिनिंग के बाद उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है। यूं तो क्वारेंटाइन सेंटर पर सभी सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था होने का दावा है। लेकिन हकीकत यह नहीं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक क्वारेंटाइन सेंटर में घुसकर स्थानीय बदमाशों ने तीन प्रवासियों को जबरन शराब पिलाने की कोशिश की, विरोध करने पर तीनों को छत से फेंक दिया। छत के फेंके गए तीन प्रवासियों में से दो की हालत नाजुक है।
क्वारेंटाइन से भागे लोग
स्थानीय लोगों की मदद से जख्मी प्रवासियों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दो को एसकेएमसीएच रेफर किया गया है। घटना से डरे उक्त क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे अन्य प्रवासी भाग चुके हैं। मामला मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पिचपुरा क्वारेंटाइन सेंटर की है। जहां ओडिशा से आए जगदीशपुर के तीन युवकों के साथ असामाजिक तत्वों ने मारपीट की। जबरन शराब पिलाने का प्रयास किया। मना करने पर तीनों को स्कूल की छत से नीचे फेंक दिया, जिससे सुरेश राय, राजकिशोर राय और मणिभूषण कुमार जख्मी हो गए।
एक आरोपी किया गया गिरफ्तार
इस दौरान सेंटर पर मची अफरातफरी के बीच क्वारेंटाइन किए गए अन्य 19 प्रवासी भाग गए। गंभीर रूप से जख्मी सुरेश और मणिभूषण को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया। सुरेश के पिता विंदेश्वर राय ने थाने में शिकायत की है। उन्होंने शिकायत में हीरापुर गांव निवासी सुधांशु कुमार व उसके दो अज्ञात साथियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपी सुधांशु को गिरफ्तार कर लिया है। सरैया एसडीपीओ राजेश शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार युवक पहले भी एक आपराधिक मामले में आरोपित था, उसे जेल भेजा गया है। इस मामले में पुनः रिमांड पर लिया जाएगा।
पंचायत में भी बना कैंप
पंचायत के मुखिया पप्पू तिवारी ने बताया कि मामले की जानकारी बीडीओ को दे दी गई है। फरार प्रवासियों को वापस सेंटर पर लाने की कोशिश की जा रही है। जानकारी के अनुसार, पारू में प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर फुल होने के बाद पंचायत के स्कूलों में क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। उसी क्रम में पिचपुरा स्कूल में भी सेंटर बना। जिसमें मंगलवार को 22 प्रवासियों को क्वारेंटाइन किया गया था। ये सभी एक निजी गाड़ी से ओडिशा से पारू पहुंचे थे। लॉकडाउन और शराबबंदी के बाद भी क्वारेंटाइन सेंटर में आकर प्रवासियों को जबरन शराब पिलाने और मारपीट करने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए है।