अगर शाहरुख़ खान करते 'KGF' तो क्या होता फिल्म का हाल? राइटर ने किया बड़ा दावा

Published : Jul 01, 2022, 05:17 PM ISTUpdated : Jul 03, 2022, 09:53 AM IST
अगर शाहरुख़ खान करते 'KGF' तो क्या होता फिल्म का हाल?  राइटर ने किया बड़ा दावा

सार

'राष्ट्र कवच ओम' के राइटर ने एक बातचीत के दौरान स्पष्टतौर पर बताया कि आखिर क्यों शाहरुख़ खान को 'KGF' जैसी फिल्म में लोग स्वीकार नहीं करेंगे।

एंटरटेनमेंट डेस्क. शाहरुख़ खान (Shah Rukh khan) ने अगर 'KGF' की होती तो दर्शक पर्दे पर उन्हें बिल्कुल स्वीकार नहीं करते। यह कहना है शुक्रवार को रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म 'राष्ट्र कवच ओम' के लेखक राज सलूजा का। वे एक न्यूज चैनल से फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड के मुकाबले पैन इंडिया फिल्मों की सफलता के बारे में भी बात की।

साउथ में इलॉजिकल एक्शन ज्यादा : सलूजा

राज सलूजा ने कहा कि दर्शक साउथ इंडियन सिनेमा से कुछ भी स्वीकार कर सकते हैं। लेकिन बॉलीवुड से नहीं। सलूजा ने यह भी कहा कि हिंदी सिनेमा के मुकाबले साउथ इंडियन सिनेमा में इलॉजिकल एक्शन ज्यादा होता है। जब सलूजा से एक्शन फिल्म बताई जा रही 'राष्ट्र कवच ओम' के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एक्शन फ्लिक हमेशा इलॉजिकल होते हैं। फिर चाहे वे बॉलीवुड में बनें या फिर हॉलीवुड में।

यह भी पढ़ें: KGF Chapter 2 से विक्रम तक 6 महीने में आईं साउथ की ये 13 सुपरहिट फ़िल्में, कमाई में बॉलीवुड को दी करारी मात

दर्शकों की प्राथमकिता से तय होती है फिल्म की सफलता

इस दौरान राज सलूजा से यह भी पूछा गया कि क्या पैन इंडिया फिल्मों की सफलता के बीच बॉलीवुड से कहीं कोई चूक हो रही है तो उन्होंने जवाब दिया कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की सफलता ऑडियंस की प्राथमिकता पर निर्भर करता है। वे कहते हैं, "यह ऑडियंस होती है, जो तय करती है कि किसे स्वीकार करना है और किसे नहीं? उदाहरण के लिए अगर आप शाहरुख़ खान को KGF में रख दें तो वे स्वीकार नहीं करेंगे कि शाहरुख़ खान ऐसा भी कर सकते हैं। लेकिन अगर यश यह कर रहे हैं तो आप इसे स्वीकार कर लेंगे। क्योंकि पैन इंडिया ऑडियंस पहले से ही यह मान चुकी है कि साउथ इंडियन एक्टर्स ऐसा कर सकते हैं। वे कुछ भी कर सकते हैं।"

दर्शक बॉलीवुड का वैसा ही करना स्वीकार नहीं कर रहे

राज ने कहा कि वही दर्शक यह स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं कि बॉलीवुड भी साउथ के जैसी चीजें कर सकता है। उन्होंने जॉन अब्राहम का उदाहरण देते हुए कहा, "जॉन ने 'सत्यमेव जयते' और 'अटैक' में ऐसे ही स्टंट किए हैं। लेकिन ऑडियंस फिर भी उन्हें स्वीकार नहीं कर रही है। हम अपने हीरो को यह सब करते देखना स्वीकार नहीं करना चाहते, लेकिन NTR, राम चरण और यश को स्वीकार कर रहे हैं।"

कपिल वर्मा ने किया फिल्म का निर्देशन

बात 'राष्ट्र कवच ओम' की करें तो यह फिल्म पहले 'ओम : द बैटल विदइन' नाम से रिलीज होने वाली थी। लेकिन बाद में इसका टाइटल बदल दिया गया। फिल्म का निर्देशन कपिल वर्मा ने किया है और आदित्य रॉय कपूर के साथ संजना सांघी, जैकी श्रॉफ और आशुतोष राणा जैसे एक्टर्स का इसमें महत्वपूर्ण किरदार है।

और पढ़ें...

नयनतारा से रश्मिका मंदाना तक, बिना मेकअप इन 7 साउथ इंडियन एक्ट्रेस को पहचान पाना भी है मुश्किल

सुष्मिता सेन के 11 'बॉयफ्रेंड', कोई उम्र में 16 साल बड़ा तो कोई रहा 15 साल छोटा

46 साल की सुष्मिता सेन ने बताई शादी न करने की वजह, बोलीं- 3 बार तो मुझे भगवान ने बचा लिया

Rocketry: The Nambi Effect- मारपीट से अमानवीय कृत्य तक, पढ़ें नम्बी नारायणन की दिल दहलाने वाली कहानी

PREV

Recommended Stories

Dhurandhar की धुआंधार कमाई जारी, रणवीर सिंह की फिल्म ने लगाई लंबी छलांग
Dhurandhar कर रही पाकिस्तान की इमेज खराब, असलम की बेगम करेंगी केस?