सुशांत के खातों में ईडी को नहीं मिले मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत, जांच एजेंसी ने परिवार को लेकर कही ये बात

ईडी को सुशांत के खाते से मनी लॉन्ड्रिंग या किसी भी संदिग्ध लेनदेन के सबूत नहीं मिले। हालांकि, अकाउंट से हुए छोटे-मोटे ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये क्यों और किसे किए गए? रिपोर्ट के मुताबिक ईडी को जांच में पता चला कि सुशांत के बैंक खातों से 2.78 करोड़ रुपए टैक्स (जीएसटी सहित) में दिए गए थे। कुछ छोटी-मोटी रकम अभी भी मिसिंग है, जांच एजेंसी इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 10, 2020 11:54 AM IST

मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत (sushant singh rajput) की मौत के मामले में एक के बाद एक कई दावे गलत साबित होते जा रहे हैं। पहले एम्स के पैनल ने हत्या की आशंका को खारिज किया। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके बैंक खातों से मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिलने की बात से इनकार किया है। रिपोर्ट में ईडी के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सुशांत के परिवार की ओर से गलतफहमी के चलते आरोप लगाए गए। मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी के सूत्रों ने कहा कि सुशांत के परिवार को उनके फाइनेंस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। यही वजह है कि उनकी मौत के बाद उन्हें उनके खातों से बड़े पैमाने पर रुपयों की गड़बड़ी पर संदेह था।

Sushant Singh Rajput Death Case: Mumbai police Says, CBI shouldn't have  registered FIR
ईडी को नहीं मिले सबूत
ईडी को सुशांत के खाते से मनी लॉन्ड्रिंग या किसी भी संदिग्ध लेनदेन के सबूत नहीं मिले। हालांकि, अकाउंट से हुए छोटे-मोटे ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये क्यों और किसे किए गए? रिपोर्ट के मुताबिक ईडी को जांच में पता चला कि सुशांत के बैंक खातों से 2.78 करोड़ रुपए टैक्स (जीएसटी सहित) में दिए गए थे। कुछ छोटी-मोटी रकम अभी भी मिसिंग है, जांच एजेंसी इसका पता लगाने की कोशिश कर रही है। ईडी के सूत्रों ने यह भी बताया कि उन्हें रिया चक्रवर्ती के खाते में सुशांत के अकाउंट से किसी बड़े अमाउंट का सीधा ट्रांजैक्शन नहीं मिला है। जांचकर्ताओं का मानना है कि दोनों के बीच छोटा-मोटा लेनदेन हो सकता है।


ईडी की जांच जारी
अपने बयान में सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह भी यह कह चुके हैं कि परिवार को एक्टर के फाइनेंस के बारे में कोई अंदाजा नहीं था। परिवार ने कभी उनके फाइनेंस में दखल नहीं दिया और न ही उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश की। ईडी की जांच जारी है। जब यह पूरी हो जाएगी, तभी फाइंडिंग सामने आ पाएगी। हमने जांच एजेंसी को अपनी चिंता के बारे में बता दिया है और यह जांच करने के लिए कहा है कि क्या उनका कुछ फंड आरोपियों के पास गया है? उनका चार्टर्ड अकाउंटेंट बदल दिया गया था।

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