Oscar Awards : ऑस्कर रेड कार्पेट को आखिर क्यों कहते हैं दुनिया की सबसे ग्लैमरस फैशन परेड, जानें कब हुई शुरुआत

94वें ऑस्कर अवॉर्ड्स (Oscar Awards 2022) का आयोजन 27 मार्च को लॉस एंजिलिस के डॉल्बी थिएटर में किया जाएगा। ऑस्कर अवॉर्ड्स में पुरस्कार पाने वालों से कहीं ज्यादा चर्चा उनके रेड कार्पेट (Red Carpet) लुक की होती है। आखिर क्या है रेड कार्पेट, कब से हुई इसकी शुरुआत और क्यों इसे दुनिया की सबसे ग्लैमरस 'फैशन परेड' कहते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 9, 2022 7:39 AM IST / Updated: Feb 09 2022, 01:12 PM IST

मुंबई। 94वें ऑस्कर अवॉर्ड्स (Oscar Awards 2022) का आयोजन 27 मार्च को लॉस एंजिलिस के डॉल्बी थिएटर में किया जाएगा। ऑस्कर अवॉर्ड में इस बार भारत की डॉक्यूमेंट्री 'राइटिंग विद फायर' (Writing With Fire) को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर कैटेगरी में शामिल किया गया है। बता दें कि ऑस्कर अवॉर्ड्स में पुरस्कार पाने वालों से कहीं ज्यादा चर्चा उनके रेड कार्पेट (Red Carpet) लुक की होती है। किसने कौन सी और किस डिजाइनर की ड्रेस पहनी, रेड कार्पेट पर उसका लुक कैसा रहा, ये सारी बातें ऑस्कर में छाई रहती हैं। क्या है रेड कार्पेट, कब से हुई इसकी शुरुआत और क्यों इसे दुनिया की सबसे ग्लैमरस 'फैशन परेड' कहते हैं। इस पैकेज में जानते हैं इन्हीं सब बातों के बारे में। 

रेड कार्पेट का इतिहास : 
- रेड कार्पेट (Red Carpet) की शुरुआत मूल रूप से 458 ईसा पूर्व मानी जाती है। माना जाता है कि ट्रोजन वॉर (युद्ध) के बाद जब सैनिक अपने घर लौटते थे तो उनकी पत्नियां स्वागत में रेड कार्पेट बिछाती थीं।
- बड़ी हस्तियों और खास मेहमानों के लिए भी रेड कार्पेट बिछाने का चलन है। वैसे साल 1821 में साउथ कैरोलिना के जॉर्जटाउन में राष्ट्रपति जेम्स मुनरो के सम्मान में पहली बार रेड कार्पेट (Red Carpet) बिछाया गया था। तब से ही बड़े राजनीतिक समारोहों और नेताओं के स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाने का चलन शुरू हुआ।
- न्यूयॉर्क की सेंट्रल रेलरोड कंपनी द्वारा 1902 में न्यूयॉर्क से शिकागो के बीच लक्जरी ट्रेन की शुरुआत हुई। इस दौरान दोनों स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर टाइल्स और पेवर्स खराब न हों, इसके लिए रेड कार्पेट (Red Carpet) बिछाया गया था। इसमें मुसाफिरों का स्वागत रेड कारपेट पर चलाकर किया जाता था, ताकि उन्हें खास होने का एहसास हो।
- हॉलीवुड में रेड कार्पेट (Red Carpet) की शुरुआत 1922 में इजिप्शियन थिएटर में हुई। इसमें अमेरिकन एक्टर डगलस फेयरबैंक्स अभिनीत फिल्म रॉबिनहुड का प्रीमियर हुआ। इस तरह थिएटर के मालिए सिड ग्रॉमैन को रेड कार्पेट का क्रेडिट मिला।

जानें ऑस्कर में कब हुई रेड कार्पेट की शुरुआत : 
1961 में पहली बार 33वें एकेडमी अवॉर्ड्स समारोह में रेड कार्पेट (Red Carpet) का इस्तेमाल तब किया गया, जब सैंटा मोनिका ऑडिटोरियम के भीतर फिल्म स्टार्स के लिए सुर्ख कालीन बिछाया गया। इसके तीन साल बाद आस्कर का प्रसारण करने वाले आयोजकों ने तय किया कि वो स्टार्स को इवेंट में एंट्री लेते हुए दिखाएंगे। तभी से धीरे-धीरे रेड कार्पेट चलन में आ गया। जब स्टार्स अपनी महंगी गाड़ियों से उतरते हैं तो वेन्यू के बाहर से ही रेड कारपेट बिछा रहता है। यहां अपनी शानदार गाड़ियों से उतरकर स्टार्स कैमरों के सामने अपनी ड्रेस दिखाते हैं। 

16500 वर्ग फीट एरिया में सजता है ऑस्कर रेड कार्पेट : 
ऑस्‍कर अवॉर्ड एक ऐसा मंच होता है, जिसमें दुनियाभर के तमाम सेलेब्रिटी अलग-अलग और मशहूर डिजाइनरों की ड्रेस पहन कर आते हैं। कार्पेट सजाने के लिए 16500 वर्ग फीट एरिया की जरूरत होती है। ऑस्कर रेड कार्पेट (Red Carpet) को दुनिया की सबसे ग्लैमरस 'फैशन परेड' कहा जाता है। दरअसल, इस पर चलने वालों की मीडिया में कई दिनों तक चर्चा होती है। समारोह से पहले लोग अटकलें लगाते हैं कि कौन-सा स्टार किस डिजाइनर की ड्रेस पहनने वाला है।  

60 हजार फूलों से सजाते हैं ऑस्कर का रेड कार्पेट : 
ऑस्कर रेड कार्पेट (Red Carpet) बिछाने में दो दिन लगते हैं। ऑस्कर के रेड कार्पेट को सजाने के लिए करीब 60 हजार फूलों की जरुरत पड़ती है। यहां सात फुट ऊंची ऑस्कर की मूर्तियां रखी जाती है, जिन पर आयोजन से पहले सोने की परत चढ़ाई जाती है। बता दें कि हॉलीवुड में रेड कार्पेट की शुरुआत 33वें ऑस्कर अवॉर्ड से हुई थी।

ये भी पढ़ें :
Oscar 2022: क्या आप जानते है ऑस्कर का असली नाम, क्यों नहीं होता अवॉर्ड जीतने वालों का ट्रॉफी पर हक

Celebs Spotted:इतनी हील पहन बिगड़ा Urfi Javed का बैलेंस, गिरते-गिरते बची, बोल्ड कपड़ों में यहां आई नजर

भाई की शादी में खूबसूरत लगी जमाई राजा की एक्ट्रेस Nia Sharma, शेयर की वरमाला से फेरों तक की PHOTOS

जब Mahabharat में भीम ने गदा मारकर तोड़ दी कर्ण Pankaj Dheer की उंगलियां, लगाने पड़े थे इतने टांके

आटा पीसने वाली चक्की की सिल्लियां उठा बॉडी बनाते थे Mahabharat के भीम, आखिरी वक्त में थे पाई-पाई को मोहताज

साढ़े 6 फीट लंबे Praveen Kumar स्कूल की एक लड़की को दे बैठे थे दिल, चिट्ठियों से होती थी बात लेकिन..


 

Share this article
click me!