एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज (AGS Transact Technologies IPO) के बाद अडानी विल्मर आईपीओ (Adani Wilmar IPO) वर्ष 2022 का दूसरा आईपीओ है। सब्सक्रिप्शन लेने के लिए निवेशकों के पास 31 जनवरी तक का समय है। आपको बता दें कि 8 फरवरी को कंपनी बाजार में लिस्ट होगी।
बिजनेस डेस्क। अडानी ग्रुप और सिंगापुर की विल्मर के ज्वाइंट वेंचर, अडानी विल्मर के आईपीओ (Adani Wilmar IPO) को पहले दिन कुल साइज 12.25 करोड़ इक्विटी शेयरों के मुकाबले 2.66 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिल गई हैं। जानकारी के अनुसार 27 जनवरी को शुरू हुए सब्सक्रिप्शन में पहले दिन 22 फीसदी तक शेयर बुक हो गए हैं। एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजीज (AGS Transact Technologies IPO) के बाद अडानी विल्मर आईपीओ वर्ष 2022 का दूसरा आईपीओ है। सब्सक्रिप्शन लेने के लिए निवेशकों के पास 31 जनवरी तक का समय है। आपको बता दें कि 8 फरवरी को कंपनी बाजार में लिस्ट होगी।
पहले दिन किसमें कितना मिला सब्सक्रिप्शन
रिटेल इंवेस्टर्स के लिए अलग रखे गए हिस्से को 43 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला है, जबकि नॉन इंस्टीट्यूशन इंवेस्टर्स के लिए आवंटित 2.15 करोड़ शेयरों में से 9.29 लाख शेयरों का सब्सक्रिप्शन मिला। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) ने आवंटित 2.87 करोड़ शेयर में से 11 फीसदी या 32.63 लाख शेयर सब्सक्राइब किए हैं।
कंपनी कर्मचारियों के लिए कितना आरक्षण
फॉर्च्यून ब्रांड और कई अन्य खाद्य उत्पादों के तहत खाना पकाने के तेल बेचने वाली अडानी विल्मर आईपीओ के माध्यम से जो फ्रेश इश्यू से 3,600 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। जिसमें कंपनी कर्मचारियों के लिए 107 करोड़ रुपये के शेयरों का आरक्षण और शेयरधारकों के लिए 360 करोड़ रुपये शामिल हैं। कंपनी 230 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर पब्लिक इश्यू खुलने से पहले 25 जनवरी को एंकर बुक के जरिए 940 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। धन का उपयोग इसके पूंजीगत व्यय (1,900 करोड़ रुपये), उधार चुकाने (1,058.9 करोड़ रुपये), और शेष 450 करोड़ रुपये रणनीतिक अधिग्रहण और निवेश के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा।
कैसे देखने को मिले थे आंकड़ें
अडानी विल्मर ने सितंबर 2021 को समाप्त छह महीनों के लिए 24,874.52 करोड़ रुपये का तेजी से उच्च राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 16,188.58 करोड़ रुपये था। इसी अवधि में लाभ 288.78 करोड़ रुपये से बढ़कर 357.13 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2020-21 में, लाभ वित्त वर्ष 2015 में 460.87 करोड़ रुपये से बढ़कर 727.65 करोड़ रुपये हो गया, और इसी अवधि के दौरान राजस्व 29,657.04 करोड़ रुपये से बढ़कर 37,090.4 करोड़ रुपये हो गया।
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