एयर इंडिया की हाउसिंग कॉलोनियों में रह रहे कर्मचारियों को अपना आवास छोड़ना होगा। एयर इंडिया ने एक आदेश में कहा है कि 26 जुलाई तक सभी निवासियों को अपना आवास छोड़ना होगा।
नई दिल्लीः टाटा ग्रुप (Tata Group) की एयर इंडिया (Air India) ने अपने कर्मचारियों को 26 जुलाई तक सरकारी आवासीय कॉलोनियों को खाली करने को कहा है। एक ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स से यह जानकारी मिली है। टाटा ग्रुप ने गत वर्ष आठ अक्टूबर को एयर इंडिया की बोली तो जीत ली थी, लेकिन एक नियम के अनुसार एयरलाइन की नॉन कोर संपत्तियां जैसे आवासीय कॉलोनी का मालिकाना हक सरकार के पास ही रहेगा। एयरलाइन ने 18 मई को एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि एयर इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मेकेनिज्म के निर्णय के अनुरूप निवासियों को 26 जुलाई तक आवास छोड़ने को कहें। एयर इंडिया ने कहा कि 17 मई को एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड से एक ईमेल मिला, जिसमें यह आदेश था।
एयर इंडिया की हैं दो कॉलोनियां
आपको बता दें कि एयर इंडिया की दो बड़ी आवासीय कॉलोनियां हैं, एक दिल्ली में और दूसरी मुंबई में है। जानकारी दें कि कर्ज से जूझ रही एयर इंडिया को पुराने मालिक का साथ मिल गया है। बीते साल 2021 में सरकार ने एयर इंडिया के लिए सबसे अधिक बोली लगाने वाले टाटा ग्रुप को इस कंपनी की कमान सौंपने का ऐलान किया था। इसके लिए टाटा समूह ने 18 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। एयर इंडिया को फिर से हासिल करने के बाद रतन टाटा (Ratan Tata) ने ट्वीट कर एक पुरानी तस्वीर साझा की थी।
Tata ने ही शुरू की थी Air India
Air India के संचालन के लिए कई कंपनियों ने बिड लगाई थी। इसमें Tata Group की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही थी। टाटा का Air India से पुराना नाता है। दरअसल Air India की शुरुआत 1932 में टाटा ग्रुप ने ही की थी। टाटा समूह के जे. आर. डी. टाटा (JRD Tata) खुद पायलट थे। जेआरडी टाटा ने टाटा एयरलाइन्स नाम की जो विमानन कंपनी शुरू की थी, उसमें पायलट के तौर पर काम करते थे। उनके अलावा दो पायलट और भी थे। जेआरडी टाटा घंटों विमान उड़ाया करते थे। इस वजह से Tata Group एयर इंडिया को खरीदने की जी तोड़ कोशिश में जुटा था, Air India को हासिल करके टाटा के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है।
69 साल बाद होगी वापसी
लेन-देन दिसंबर 2021 तक पूरा किया जाना था, लेकिन बाद में प्रोसीजर वर्क को पूरा करने के लिए अपेक्षित समय से ज्यादा लग जाने के कारण समय सीमा जनवरी 2022 तक बढ़ा दी गई थी। इस डील के बाद एअर इंडिया की टाटा ग्रुप में करीब 69 साल के बाद वापसी होगी। टाटा समूह ने अक्टूबर 1932 में टाटा एयरलाइंस के रूप में एयर इंडिया की स्थापना की थी। सरकार ने 1953 में एयरलाइन का राष्ट्रीयकरण किया।