दिल्ली में जल्द ही टैक्सी और ऑटो किराया बढ़ जाएगा। टैक्सी का बेस फेयर 15 रुपए और ऑटो में प्रति किमी 1.5 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। केजरीवाल सरकार के कैबिनेट मीटिंग के बाद इसका ऐलान किया जा सकता है।
बिजनेस डेस्कः दिल्ली में टैक्सी और ऑटो किराया बढ़ने (Auto and Taxi Fare Increase in Delhi) जा रहा है। टैक्सी के लिए अब बेस फेयर 15 रुपए महंगा होने जा रहा है। वहीं ऑटो के लिए प्रति किमी किराया 1.5 रुपए महंगा हो जाएगा। बहुत जल्द ही दिल्ली में नया रेट लागू किया जा सकता है। किराए में बढ़ोतरी के लिए शुरुआती मंजूरी मिल चुकी है। जल्द ही केजरीवाल सरकार की कैबिनेट बैठक होनेवाली है। बैठक में किराए को लेकर चर्चा होगी। उसके बाद किराए के बढ़े हुए रेट का ऐलान किया जा सकता है।
60 फीसदी किराया बढ़ाने का था सुझाव
जानकारी दें कि आखिरी बार 2013 में दिल्ली में टैक्सी का टैरिफ बदला गया था। दिल्ली में बेस फेयर बढ़ाने की जानकारी ट्रासपोर्ट मिनिस्टर अशोक गहलोत ने दी है। उनके मुताबिक सीएनजी की कीमत में तेजी के कारण किराया बढ़ाना जरूरी हो गया है। सीएनजी की कीमत के साथ-साथ व्हीकल रिप्लेसमेंट कॉस्टिंग को भी ध्यान में रखा गया है। किराए में बदलाव को लेकर अप्रैल में 13 सदस्यों की कमेटी बनाई गयी थी। इसी कमेटी ने किराए में बढ़ोतरी की बात कही थी। बेस फेयर में 60 फीसदी तक की बढ़ोतरी का सुझाव दिया गया था।
इस कमेटी ने मई में सुझाव दिया कि बेस फेयर में 60 फीसदी तक की बढ़ोतरी करना ठीक रहेगा। ऑटो के लिए प्रति किमी किराए में 1 रुपए की बढ़ोतरी का विचार किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक ऑटो के लिए मीटर डाउन चार्ज अब 25 रुपए से बढ़ाकर 30 रुपए करने का सुझाव दिया गया है। उसके बाद प्रति किलोमीटर चार्ज 9.50 रुपए की जगह 11 रुपए हो जाएगा।
टैक्सी के लिए मीटर डाउन 40 रुपए
टैक्सी के लिए मीटर डाउन चार्ज को 25 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए कर दिया गया है। उसके बाद नॉन-एसी टैक्सी के लिए प्रति किलोमीटर चार्ज 17 रुपए कर दिया गया है। पहले इसका चार्ज 14 रुपए था। एसी टैक्सी के लिए यह किराया 16 रुपए से बढ़ाकर 20 रुपए प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। ऐप से आनेवाली कैब की सर्विस पहले ही महंगी हो चुकी है। जबकि सरकार की तरफ से रेग्युलेटेड कैब और ऑटो की तरफ से अभी तक किराए में बढ़ोतरी नहीं की गई थी। राजधानी दिल्ली में 1 जनवरी को सीएनजी गैस की कीमत 52.04 रुपए थी जो अब बढ़कर 75.61 रुपए हो गई है। कीमत में इस तरह की अग्रेसिव बढ़ोतरी के बाद टैक्सी और ऑटो संचालकों के लिए किराए में बढ़ोतरी बेहद जरूरी हो गया था।
यह भी पढ़ें- गजब है बिहार! बिना योजना तैयार हुआ था प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का 2020-2021 बजट- CAG की रिपोर्ट