पद्म भूषण Rahul Bajaj का अंतिम संस्कार आज, राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी विदाई

बजाज समूह के एक बयान में कहा गया है कि श्री बजाज ने जब आखिरी सांस ली तो उस समय परिवार के करीबी सदस्य मौजूद थे। राहुल बजाज ने पिछले साल अप्रैल में बजाज ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।

Asianet News Hindi | Published : Feb 12, 2022 11:01 AM IST / Updated: Feb 13 2022, 08:00 AM IST

नई दिल्ली। बजाज ऑटो के कर्ताधर्ता रहे वयोवृद्ध उद्योगपति राहुल बजाज का शनिवार को पुणे में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। आज राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। बजाज समूह के एक बयान में कहा गया है कि श्री बजाज ने जब आखिरी सांस ली तो उस समय परिवार के करीबी सदस्य मौजूद थे। राहुल बजाज ने पिछले साल अप्रैल में बजाज ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। श्री बजाज लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। राहुल बजाज को 2001 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। महाराष्ट्र सरकार ने घोषणा किया है कि स्वर्गीय बजाज का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

पीएम मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संवेदना जताते हुए ट्वीट किया कि राहुल बजाज जी को वाणिज्य और उद्योग जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए याद किया जाएगा। व्यवसाय से परे, वह सामुदायिक सेवा के प्रति उत्साही थे और एक महान संवादी थे। उनके निधन से आहत हूं। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं।

 

राष्ट्रपति ने शोक व्यक्त किया

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि श्री राहुल बजाज के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। भारतीय उद्योग के एक अग्रणी, वह इसकी प्राथमिकताओं के बारे में भावुक थे। उनके करियर ने देश के कॉर्पोरेट क्षेत्र के उदय और जन्मजात ताकत को दर्शाया। उनके निधन से उद्योग जगत में एक खालीपन आ गया है। उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।

 

कोलकाता में हुआ था जन्म

राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को कोलकाता में हुआ था। बजाज ने 1958 में दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स डिग्री के साथ स्नातक की डिग्री ली थी। इसके बाद उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की तो हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल की एमबीए की डिग्री भी किया।

ऐसा रहा बजाज ऑटो में सफर

मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज ने 1968 में बजाज ऑटो के सीईओ का पदभार संभाला था। 1972 में मैनेजिंग डायरेक्‍टर के रूप में नियुक्त हुए थे। उन्होंने 1979 से 1980 तक भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष और सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। उन्हें 1986-89 तक तत्कालीन इंडियन एयरलाइंस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था और 1999-2000 के दौरान दूसरी बार CII के अध्यक्ष बने।

हमारा बजाज की टैगलाइन थी हर जुबां पर

भारतीय कॉर्पोरेट विज्ञापन उद्योग में सबसे प्रसिद्ध टैगलाइनों में से एक कंपनी के प्रतिष्ठित दोपहिया वाहन के लिए "आप बस बजाज को हरा नहीं सकते" और "हमारा बजाज" रहे हैं।

राजनीतिज्ञ से लेकर उद्योग जगह की हस्तियों तक ने जताया शोक

बायोकॉन की प्रमुख किरण मजूमदार शॉ ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि वह एक प्रिय प्रिय मित्र थे और वह बहुत याद आएंगे। देश ने एक महान सपूत और राष्ट्र निर्माता खो दिया है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने उद्योगपति के साथ राज्यसभा के दिनों को याद किया। 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर लिखा कि यशस्वी उद्योजक, समाजसेवी और बजाज के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। पद्म भूषण से सम्मानित राहुल जी से मेरे अनेक वर्षों से व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। विगत पांच दशकों से बजाज ग्रुप का नेतृत्व करने वाले राहुल जी का उद्योग जगत में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को संबल दे।

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