ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप आज पिछले 24 घंटों में लगभग एक फीसदी बढ़कर 1.5 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। बिटकॉइन वर्तमान में 69,000 डॉलर के अपने ऑलटाइम हाई से 50 फीसदी से अधिक कम हो गया है और एक साल के निचले स्तर पर चला गया था।
बिजनेस डेस्क। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में आज थोड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। जहां मंगलवार को बिटकॉइन के दाम 30,000 डॉलर से कम पर थे, आज बुधवार को 31 हजार डॉलर पर आ गया है। बिटकॉइन में 2 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। जिसके बाद इसकी कीमत 31,401 डॉलर हो गया है। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप आज पिछले 24 घंटों में लगभग एक फीसदी बढ़कर 1.5 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। बिटकॉइन वर्तमान में 69,000 डॉलर के अपने ऑलटाइम हाई से 50 फीसदी से अधिक कम हो गया है और एक साल के निचले स्तर पर चला गया था।
इथेरियम के दाम
दूसरी ओर, इथेरियम भी लगभग 2 फीसदी के इजाफे के साथ 2,365 डॉलर हो गया है। ताज्जुब की बात तो ये है कि बीते एक हफ्ते में इथेरियम में 15 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है। जबकि ऑलटाइम हाई से इथेरियम 50 फीसदी से ज्यादा नीचे आ चुका है। नवंबर 2021 में इथेरियम की कीमत करीब 4900 डॉलर पर आ गए हैं। इस साल 2022 में 36 फीसदी नीचे आ चुकी है। बीते एक साल में इसमें 40 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
डॉगे और शिबा
डॉगकोइन की कीमत आज 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है, जिसके बाद दाम 0.10 डॉलर पर आ गए हैं। डॉगेकॉइन में बीते एक हफ्ते में 17 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। जबकि साल 2022 में डॉगे 37 फीसदी तक नीचे गिर चुका है। जबकि शीबा इनु भी 8 फीसदी से अधिक बढ़कर 0.000016 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। वैसे बीते एक हफ्ते में शिबा इनु 20 फीसदी नीचे आ चुका है। जबकि साल 2022 में डॉगे में 51 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है। बीते 6 महीने में 70 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
टेरा में 73 फीसदी की गिरावट
आज टेरा में 75 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रहा है। जिसके बाद दाम 9 डॉलर से नीचे आ गए हैं। क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में इस साल टेरा में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला है। साल 2022 में टेरा में 88 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी है। जबकि बीते एक महीने में टेरा 90 फीसदी से ज्यादा नीचे गिर गया है। आपको बता दें कि क्रिप्टो मार्केट में बीते महीने में 830 बिलियन डॉलर से ज्यादा नीचे गिर गया है।