कॉइन मार्केट कैप डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार कंपाउंड रैप्ड बीटीसी (Wrapped BTC) में 57 हजार फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से उसकी कीमत दोबर 12 बजकर 34 मिनट पर 5.41 लाख डॉलर यानी 4.12 करोड़ रुपए देखने को मिल रही है।
बिजनेस डेस्क। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी हैं, जो निवेशकों को मालामाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। लेकिन इनमें से सभी करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) से छोटी ही थी। दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी को पछाड़ने का माद्दा किसी ने नहीं दिखाया था। अब ऐसी क्रिप्टोकरेंसी सामने आई है जिसने बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin Price) को कोसों दूर छोड़ दिया है। मौजूदा समय में वो बिटकॉइन के मुकाबले 10 गुना महंगी है। जबकि कारोबारी स्तर के दौरान वो 250 गुना ज्यादा महंगी थी। इस करेंसी का नाम है रैप्ड बीटीसी (Wrapped BTC) । आइए आपको बताते हैं इस करेंसी के बारे में।
रैप्ड बीटीसी की कीमत में जबरदस्त उछाल
कॉइन मार्केट कैप डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार कंपाउंड रैप्ड बीटीसी में 57 हजार फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से उसकी कीमत दोबर 12 बजकर 34 मिनट पर 5.41 लाख डॉलर यानी 4.12 करोड़ रुपए देखने को मिल रही है। ताज्जुब की बात तो ये है कि इस कॉइन की कीमत 24 घंटे पहले 935 डॉलर यानी 71 हजार डॉलर से कुछ ज्यादा थी, जो 12.22 करोड़ डॉलर यानी 93 करोड़ रुपए तक पहुंची। अभी इसके मार्केट कैप और बाकी चीजों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। उसके बाद भी इसमें बड़ी तेजी देखने को मिल रही है।
बिटकॉइन के मुकाबले 10 गुना महंगी
खास बात तो ये है अब दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी कीमत के मामले में रैप्ड बीटीसी हो गई है। इससे पहले बिटकॉइन के पास यह ताज था, लेकिन मार्केट कैप के मामले में अभी बिटकॉइन सबसे बड़ी करेंसी है। मौजूदा समय में बिटकॉइन के दाम 48000 डॉलर के आसपास हैं। इसका मतलब है कि मौजूदा समय में रैप्ड बीटीसी बिटकॉइन से 10 गुना से भी ज्यादा महंगी हो गई हैं। आज बिटकॉइन के दाम में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है।
क्या है रैप्ड बीटीसी
रैप्ड बिटकॉइन एक ईआरसी -20 टोकन है, जो इथेरियम ब्लॉकचेन पर बिटकॉइन का रिप्रजेंटेटिव है। WBTC का एक प्रमुख लाभ इथेरियम वॉलेट, डैप और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट एक ही सिस्टम में आ गए हैं। WBTC पार्टनर के माध्यम से, 1 बिटकॉइन को 1 रैप्ड बिटकॉइन में बदला जा सकता है। WBTC तैयार करने उद्देश्य यह था कि बिटकॉइन होल्डर्स को डिसेंट्रलाइज फाइनेंस (DeFi) ऐप में पार्टिसिपेट करने की अनुमति मिल सके, जो इथेरियम ब्लॉकचेन पर काफी पॉपुलर है। WBTC का रखरखाव WBTC DAO नाम का ग्रुप करता है, जिसमें 30 से अधिक मेंबर हैं। यह मूल रूप से BitGo, Ren और Kyber नाम की 3 कंपनियों के द्वारा शुरू किया गया था।
कैसे काम करता है रैप्ड बिटकॉइन
मान लीजिए आपके पास पहले से ही बिटकॉइन हैं और डेफी एप्लीकेशंस का उपयोग करना चाहते हैं, लेकिन एक समस्या है वो ये कि बिटकॉइन और इथेरियम को जोड़ने वाला कोई क्रिप्टोक्यूरेंसी ब्रिज नहीं है। रैप्ड बीटीसी इस समस्या को हल करने में मदद करता है, और डेफी प्रोटोकॉल के लिए आवश्यक लिक्विडिटी प्रोवाइड कराता है। WBTC एक ERC-20 टोकन है जो बिटकॉइन के साथ 1:1 के आधार पर समर्थित है। जब बिटकॉइन रैप किया जाता है, तो क्रिप्टोकरेंसी को बिटगो ट्रस्ट द्वारा रिजर्व में रखा जाता है।
रैप टोकन के फायदे
ये टोकन डिजिटल असेट्स के मालिकों को अन्य ब्लॉकचेन का पता लगाने की फ्रीडम देते हैं। DeFi इकोसिस्टम का एक बड़ा हिस्सा बिटकॉइन ब्लॉकचेन के बजाय इथेरियम नेटवर्क पर बेस्ड है। यह बीटीसी मालिकों के लिए बेहद निराशाजनक हो सकता है, क्योंकि इसका मतलब है कि उनके लिए इसमें शामिल होना लगभग असंभव है जब तक कि वे अपनी क्रिप्टो संपत्ति नहीं बेचते या दूसरों को नहीं खरीदते। जनवरी 2019 में WBTC.network लॉन्च होने के बाद से, कई DeFi प्रोटोकॉल – जिनमें मेकरडीएओ, धर्मा, कंपाउंड और किबर नेटवर्क शामिल हैं – ने उधारकर्ताओं को WBTC को कॉलेटरल के रूप में उपयोग करने की अनुमति देना शुरू कर दिया है।