एलन मस्क ने एक ट्विटर यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए अपनी मंशा बता दी है। उन्होंने जाहिर किया कि जब तक भारत में सभी कारों की बिक्री नहीं हो जाती, वे यहां प्लांट नहीं लगाएंगे।
नई दिल्लीः अमेरिका की मशहूर इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला (Tesla) की भारत में एंट्री को लेकर कई दिनों से चर्चा चल रही है। इस बीच, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाने का संकेत दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि जब तक कंपनी को पहली बार दक्षिण एशियाई देश में इंपोर्टेड कारों को बेचने और सर्विसिंग की अनुमति नहीं दी जाती है, तब तक वहां कार प्लांट स्थापित नहीं हो सकता है। इस संबंध में एक शख्स ने ट्विटर पर मस्क से टेस्ला की भारत में प्लांट लगाने की योजना पर सवाल किया था।
एक ट्वीट का दिया जवाब
अरबपति कारोबारी मस्क ने ट्विटर पर इस पोस्ट के जवाब में कहा, 'टेस्ला ऐसे किसी भी स्थान पर प्रोडक्शन प्लांट नहीं लगाएगी, जहां हमें पहले से कार बिक्री और कार सर्विसिंग की अनुमति नहीं है.ट यूजर ने यह पूछा था, टटेस्ला के बारे में क्या? क्या टेस्ला भविष्य में भारत में प्लांट लगाएगी?' एलन मस्क की इस प्रतिक्रिया से पता चलता है कि भारत और टेल्सा के बीच देश में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने पर अभी गतिरोध जारी है।
भारत में इंपोर्ट ड्यूटी दुनिया में सबसे अधिक
मस्क ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि अगर टेस्ला इंपोर्टेड वाहनों के साथ पहली बार सफल होती है, तो वह भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित कर सकती है। उन्होंने कहा था कि टेस्ला भारत में अपने व्हीकल लॉन्च करना चाहती है, लेकिन भारत में इंपोर्ट ड्यूटी दुनिया में किसी भी बड़े देश के मुकाबले सबसे ज्यादा है। वर्तमान में, भारत 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक लागत, बीमा और माल ढुलाई (CIF) मूल्य वाली पूरी तरह से इंपोर्टेड कारों पर 100 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी और इस अमाउंट से कम लागत वाली कारों पर 60 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगाता है।
गडकरी ने कहा था यह
रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे मिनिस्टर नितिन गडकरी ने पिछले महीने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का निर्माण करने के लिए तैयार है, तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन कंपनी को चीन से कारों का इंपोर्ट नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'अगर एलन मस्क भारत में निर्माण के लिए तैयार हैं तो कोई समस्या नहीं है। भारत आओ, निर्माण शुरू करो, भारत एक बड़ा बाजार है, वे भारत से एक्सपोर्ट कर सकते हैं।'