Budget 2022 में सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं की इंपोर्ट ड्यूटी में हो सकती है कटौती

Published : Jan 19, 2022, 03:04 PM IST
Budget 2022 में सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं की इंपोर्ट ड्यूटी में हो सकती है कटौती

सार

Budget 2022: जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने वित्‍त मंत्रालय को सि‍फारिश की है कि गोल्‍ड, सिल्‍वर और बाकी कीमती मेटल्‍स पर इंपोर्ट ड्यूटी कम की जाए। आपको बता दें क‍ि एक फरवरी को देश की वित्‍त मंत्री बजट पेश करेंगी।

Budget 2022: आगामी बजट में सोना और चांदी के अलावा बाकी कीमती मेटल्‍स की इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती कर सकती है। इसके लिए जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल सरकार को इस बारे में सुझाव दिया है। काउंसिल ने कहा है कि सोना और चांदी के साथ प्लेटिनम जैसी कीमती धातुओं पर आयात शुल्क यानी 4 फीसदी कर दिया जाए। आपको बता दें क‍ि अगर सरकार ऐसा करती है तो यह लगातार दूसरा बजट होगा जब सोना और चांदी के अलावा कीमती धातुओं की इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती होगी। पिछले साल सरकार ने बजट में इंपोर्ट ड्यूटी में करीब 5 फीसदी की कटौती कर 7.5 फीसदी पर ला दी थी। आपको बता दें क‍ि वित्त वर्ष 2023 का बजट 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा।

इंपोर्ट ड्यूटी में कटौकी की मांग
काउंसिल ने केंद्र से मुंबई में 'स्‍पेशल नोटिफाइड जोन' में रॉ डायमंड की बिक्री की अनुमति देने के अलावा, कटे और पॉलिश किए गए हीरे पर इंपोर्ट ड्यूटी को 7.5 फीसदी से कम कर 2.5 फीसदी करने की सिफारिश की है। मौजूदा समय में, एसएनजेड में केवल कच्चे हीरों को देखने की अनुमति है और किसी भी बिक्री की अनुमति नहीं है। इसके अलावा, काउंसिल ने केंद्र से निर्यातकों को कुल कटे और पॉलिश किए गए हीरे का 10 फीसदी शून्य शुल्क पर आयात करने की अनुमति देने की सिफारिश की है।

स्‍पेशल पैकेज की डिमांड
जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन कॉलिन शाह के अनुसार जब भारत अपनी आजादी की शताब्दी मनाएगा तो 100 अरब डॉलर का निर्यात हासिल करने का लक्ष्य  पूरा कर चुके होंगे। उन्‍होंने कहा कि इसे आगे बढ़ाने के निए हम सरकार से आगामी बजट में रत्न और आभूषण क्षेत्र के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करने की अपील करते हैं। इस तरह के अनुकूल निर्यात और घरेलू नीतियों से रत्न और आभूषण निर्यात क्षेत्र को ऊपर उठाने और मजबूत नींव रखने में मदद मिलेगी। इस क्षेत्र को आगे बढ़ाने का एकमात्र तरीका नीतिगत सुधार है, जो हमें वैश्विक बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा।

पिछली घोषणा का क्‍या हुआ था असर  
पिछले साल सरकार ने बजट में इंपोर्ट ड्यूटी में भारी भरकम गिरावट की थी। आंकड़ों के अनुसार सोना और चांदी पर पहले 12.5 फीसदी की इंपोर्ट ड्यूटी थी, जिसे बजट 2021 में कम कर 7.5 फीसदी कर दिया था। जिसके असर से सोने के दाम में 1200 प्रत‍ि दस ग्राम और चांदी की कीमत 1750 रुपए प्रत‍ि किलोग्राम का असर देखने को मिला था। अगर बजट में 3.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी कम की जाती है तो सोना करीब 800 रुपए से लेकर 1000 रुपए प्रत‍ि दस ग्राम कर गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं चांदी 1200 रुपए से लेकर 1500 रुपए प्रत‍ि किलोग्राम की गिरावट देख सकता है।

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कितना आया होता है सोना
वर्ल्‍ड गोल्‍ड काउंसिल की नई रिपोर्ट के अनुसार 2021 में भारत ने 55.7 अरब डॉलर यानी 4,141.36 अरब रुपए का सोना आयात किया था। 2020 में यह आंकड़ा सिर्फ 23 अरब डॉलर यानी 1,710 अरब रुपए था। रिपोर्ट के अनुसार मात्रा में बात करें तो 2021 में भारत का कुल गोल्‍ड इंपोर्ट 1,050 टन रहा था। जबकि 2020 में यह आंकड़ा 430 टन था। साल 2020 में कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन और शादियों को लेकर लगाई गई कड़ी पाबंदियों की वजह से सोने का आयात गिरा था।

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ज्‍वेलरी एक्‍सपोर्ट में भी हुआ इजाफा
दिसंबर 2021 के महीने में रत्न और आभूषण का कुल निर्यात 3040.92 मिलियन अमेरिकी डॉलर (22914.630 करोड़ रुपए) रहा। जबकि 2020 की समान अवध‍ि में एक्‍सपोर्ट 2506.51 मिलियन अमेरिकी डॉलर (18444.51 करोड़ रुपए) देखने को मिला था। अगर बात वित्‍त वर्ष के हिसाब से करें तो अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक ज्‍वेलरी एक्‍सपोर्ट 29084.0 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 216072.56 करोड़ रुपए था। जबकि 2020 की समान अवध‍ि में ज्‍वेलरी एक्‍सपोर्ट 16487.64 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 122408.43 करोड़ रुपए देखने को मिला था। इसका मतलब है कि इस दौरान 2021 में 76.4 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।

 

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