कोरोना संकट के बीच भारत में रिकॉर्ड 81.72 अरब डॉलर पहुंचा FDI, पिछले साल की तुलना में 10% ज्यादा

भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। लेकिन इसके बावजूद भारत ने 2020-21 में 81.72 अरब डॉलर का एफडीआई प्रवाह आकर्षित किया है। यह अब तक का सबसे अधिक है और पिछले साल की तुलना में 10% अधिक है। 

Asianet News Hindi | Published : May 25, 2021 7:33 AM IST

नई दिल्ली. भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। लेकिन इसके बावजूद भारत ने 2020-21 में 81.72 अरब डॉलर का एफडीआई प्रवाह आकर्षित किया है। यह अब तक का सबसे अधिक है और पिछले साल की तुलना में 10% अधिक है। 

सरकार द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) से जुड़े नीतिगत सुधारों, निवेश को सुविधाजनक बनाने और कारोबार करने में आसानी सुनिश्चित करने के तमाम कदम उठाए हैं, इसी का नतीजा है कि भारत में लगातार विदेशी निवेश बढ़ रहा है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से जुड़े ये रुझान वैश्विक निवेशकों के बीच भारत को एक विशेष स्थान देते हैं...

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- भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान अब तक का सर्वा‍धिक 81.72 अरब अमेरिकी डॉलर का कुल एफडीआई आकर्षित किया। पिछले साल यह 74.39 अरब अमेरिकी डॉलर था। 
- एफडीआई इक्विटी प्रवाह में पिछले वर्ष वित्त वर्ष 2019-20 (49.98 अरब अमेरिकी डॉलर)  की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 (59.64 अरब अमेरिकी डॉलर) में 19% की वृद्धि दर्ज की गई है।
 
- शीर्ष निवेशक देशों की लिस्ट में वित्त वर्ष 2020-21 में सिंगापुर 29% के साथ नंबर एक पर है। इसके बाद अमेरिका 23% और  मॉरीशस 9% का नंबर आता है।
 
-  2020-21  में कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में लगभग 44% हिस्सेदारी के साथ कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर शीर्ष सेक्‍टर के रूप में अभरा है। इसके बाद इन्फ्रास्ट्रक्चर गतिविधियों (13%) और सेवा क्षेत्र या सर्विस सेक्‍टर (8%) का नंबर आता है।
 
- 2020-21 में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेक्‍टर के तहत एफडीआई प्रवाह गुजरात में (78%), कर्नाटक में (9%) और दिल्ली में (5%) रहा है। 

· वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान गुजरात कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 37% हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद महाराष्ट्र (27%) और कर्नाटक (13%) का नंबर आता है।

· वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान गुजरात में अधिकांश इक्विटी प्रवाह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर (94%) और निर्माण (अवसंरचना) गतिविधियां (2%) सेक्‍टरों में हुआ है।

· वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में निर्माण (अवसंरचना) गतिविधियां, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर, रबर के सामान, खुदरा व्यापार, दवाएं एवं फार्मास्यूटिकल्स और विद्युत उपकरण जैसे प्रमुख सेक्‍टरों में इक्विटी प्रवाह में 100% से भी अधिक की उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।

· वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान इक्विटी प्रवाह में प्रतिशत वृद्धि की दृष्टि से शीर्ष 10 देशों में सऊदी अरब शीर्ष निवेशक है। सऊदी अरब ने पिछले वित्त वर्ष में किए गए 89.93 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 2816.08 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया।

· वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान क्रमशः अमेरिका और ब्रिटेन से एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 227% और 44% की वृद्धि दर्ज की गई।

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