जब भारत में आधार (Aadhar) और यूपीआई (UPI) आधारित व्यवस्था की शुरुआत की गई थी, तो इसे दुनियाभर के तकनीकी क्षेत्र के दिग्गजों ने सराहा था। इनमें बिल गेट्स (Bill Gates), सत्या नडेला (Satya Nadella) और सुंदर पिचाई (Sunder Pichai) के नाम शामिल थे। अब भारत एक बार फिर टेक्नोलॉजी की दुनिया में आगे बढ़ने जा रहा है। भारत ने ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर (Blockchain Infrastructure) के विकास के लिए कदम आगे बढ़ा दिया है।
बिजनेस डेस्क। जब भारत में आधार (Aadhar) और यूपीआई (UPI) आधारित व्यवस्था की शुरुआत की गई थी, तो इसे दुनियाभर के तकनीकी क्षेत्र के दिग्गजों ने सराहा था। इनमें बिल गेट्स (Bill Gates), सत्या नडेला (Satya Nadella) और सुंदर पिचाई (Sunder Pichai) के नाम शामिल थे। अब भारत एक बार फिर टेक्नोलॉजी की दुनिया में आगे बढ़ने जा रहा है। भारत ने ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर (Blockchain Infrastructure) के विकास के लिए कदम आगे बढ़ा दिया है। बता दें कि आज से 10 साल पहले भारत सरकार ने अपने डेटाबेस को प्राइवेट कंपनियों के लिए खोला था, ताकि वे इस पर आधारित प्रोडक्ट बना सकें। इसका सरकार को फायदा भी मिला। अब सरकार ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) के क्षेत्र में काम करने जा रही है। इसका फायदा इकोनॉमी के कई सेक्टर्स में मिलेगा।
प्राइवेट डेवलपर्स का हब बन सकता है भारत
ब्लॉकचेन पर नेशनल स्ट्रैटजी ड्राफ्ट (NSD) के मुताबिक, भारत एप्लिकेशन्स बनाने वाले प्राइवेट डेवलपर्स के लिए सरकार समर्थित ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर का एक हब बन सकता है।अगर इंडिया स्टैक डेवलपर्स (ISD) को ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हुए पेमेंट्स ऐप्स बनाने की इजाजत दे दी जाती है तो यह हेल्थकेयर, साइबर सिक्योरिटी, गवर्नेंस, मीडिया, लॉजिस्टिक्स, हॉस्पिटैलिटी, एजुकेशन, लॉ, एनर्जी, स्मार्ट सिटी जैसे सेक्टर्स में उत्पादों और सेवाओं में बड़ा बदलाव ला सकता है। बता दें कि इंडिया स्टैक भारत सरकार का एक बड़ा टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट है।
MyGov प्लेटफॉर्म पर सरकार ले रही राय
ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भारत सरकार के ड्राफ्ट में कहा गया है कि फैक्ट्स के एक सोर्स के तौर पर ब्लॉकचेन का इस्तेमाल कई सरकारी विभागों में जनरेट होने वाले सभी ट्रांजैक्शन्स और डेटा के ऑथेंटिकेशन व वेरिफिकेशन के लिए किया जा सकता है। इस ड्राफ्ट पर सरकार अभी आम लोगों की राय ले रही है। लोग 16 फरवरी तक MyGov प्लेटफॉर्म के जरिए सरकार तक अपने विचार पहुंचा सकते हैं।
क्या है ब्लॉकचेन
ब्लॉकचेन एक ऐसा डेटाबेस है, जहां जानकारी ब्लॉक्स में स्टोर रहती है। ये ब्लॉक्स एक चेन के जरिए आपस में जुड़े रहते हैं। बता दें कि बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरंसी डिसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन पर बेस्ड होती है। इसमें हर ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड तो होता है, लेकिन व्यक्ति डेटा को कंट्रोल नहीं कर सकता। जानकारी कई कम्प्यूटर्स में सेव रहती है। इसके चलते डिटेल्स में बदलाव करना, हैक करना या सिस्टम के साथ धोखाधड़ी संभव नहीं हो सकती है।
UPI से भी सफल हो सकता है प्रोजेक्ट
ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना देश में टेक्नोलॉजी के विकास के मामले में यूपीआई से भी बड़ा कदम हो सकता है। यूपीआई को अभी तक भारत का सबसे सफल डिजिटल प्रोजेक्ट कहा जाता है। ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार हो जाने के बाद तकनीकी बदलाव UPI से कहीं बहुत बड़े स्तर पर होंगे।