
बिजनेस डेस्क। आरबीआई (RBI) ने 24 दिसंबर को बैंक के बोर्ड में बड़ा बदलाव किया है। जिसके तहत केंद्रीय बैंक ने योगेश के दयाल को आरबीएल बैंक (RBL Bank) के बोर्ड में एडिशनल डायरेक्टर नियुक्त किया है। वो 23 दिसंबर 2023 तक इस पर रहेंगे। वहीं दूसरी ओर विश्ववीर आहूजा ने सीईओ पद छोड़ने की घोषणा कर दी। उसके बाद बैंक के निदेशकमंडल ने राजीव को अंतरिम तौर पर यह जिम्मेदारी सौंपी है। इन खबरों के बाद बैंक को शेयरों (RBL Bank Share Price) में भारी गिरावट देखने को मिली है। बैंक के शेयर 52 हफ्तों की गिरावट पर चले गए हैं। वहीं वहीं राधाकृष्ण दमानी (Radhakrishna Damani) और राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने आरबीआई से बैंक के शेयरों में निवेश करने की गुहार लगाई है।
बैंक के शेयरों में बड़ी गिरावट
आरबीआई की कार्रवाई के बाद आरबीएल बैंक के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। आज बैंक का शेयर 52 हफ्तों के निचले स्तर पर पहुंच गया। शुक्रवार को शेयर बाजार में बैंक का शेयर 172.50 रुपए पर बंद हुआ था जो सोमवार को कारोबारी स्तर के दौरान 23 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 132.35 रुपए पर पहुंच गया। यह 52 हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। जबकि आज बैंक का शेयर 155.25 रुपए पर ओपन हुआ था। मौजूदा समय में कंपनी का शेयर 16 फीसदी की गिरावट के साथ 144.90 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
मार्केट कैप को मोटा नुकसान
इस गिरावट की वजह से मार्केट कैप को मोटा नुकसान हुआ है। कारोबारी सत्र के दौरान बैंक के मार्केट कैप को 2400 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। शुक्रवार को बैंक का मार्केट कैप 10,340.24 करोड़ रुपए था। जबकि शेयर प्राइस 52 हफ्तों के निचले स्तर पहुंचा तो मार्केट कैप 7,933.51 करोड़ रुपए पर आ गया। मौजूदा समय में बैंक का मार्केट कैप 8667.62 करोड़ रुपए पर है।
निवेशकों को भी हुआ नुकसान
वहीं दूसरी ओर निवेशकों को भी मोटा नुकसान उठाना पड़ा है। 23 फीसदी से ज्यादा की गिरावट की वजह से 1000 शेयर रखने वाले निवेशकों को 40150 रुपए का नुकसान हुआ है। जबकि 10 हजार शेयरों के मालिकों को 4 लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है।
दमानी और झुनझुनवाला करेंगे निवेश
देश के दो दिग्गज निवेशकों राकेश झुनझुनवाला और डी-मार्ट के फाउंडर राधाकिशन दमानी ने प्राइवेट बैंक आरबीएल बैंक में 10 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए आरबीआई में अर्जी लगाई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक झुनझुनवाला और दमानी ने आरबीएल बैंक के खिलाफ केंद्रीय बैंक की कार्रवाई से पहले यह अनुरोध किया था। आरबीआई अभी झुनझुनवाला और दमानी के अनुरोध पर विचार कर रहा है। अगर दोनों को मंजूरी मिल जाती है तो बैंकों के शेयरों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है।