पीएफ का रुपया मैच्यूरिटी से पहले निकालने से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप पीएफ का पैसा तब तक ना निकालें, जब तक कोई इमरजेंसी ना हो। इससे आपके पेंशन पर भी असर पड़ सकता है।
बिजनेस डेस्कः कमर्चारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में कर्मचारियों के वेतन का एक हिस्सा जमा होता रहता है, जो रिटायरमेंट के बाद उन्हें ब्याज सहित मिलता है। यह रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले बड़े फायदों में से है। आम तौर पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से रिटायरमेंट के पहले भी शादी, मेडिकल इमरजेंसी और बच्चों की शिक्षा जैसी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोविडेंट फंड (PF) से कुछ हिस्सा निकालने की अनुमति मिलती है। काफी लोग रिटायरमेंट के पहले पीएफ से पैसा निकालते भी हैं, लेकिन इससे उन्हें कई तरह का नुकसान होता है। इसलिए इससे संबंधित नियमों के बारे में जानना जरूरी है।
रिटायरमेंट के बाद फंड में कमी
अगर नौकरी करने के दौरान जरूरत पड़ने पर कोई पीएफ (PF) से पैसा निकालता है, तो रिटायरमेंट के समय इसका नुकसान होता है। इससे रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले फंड में कमी आ जाती है। इसका असर पेंशन पर भी पड़ता है। पीएफ में जमा रकम पेंशन के रूप में मिने पर काफी मुनाफा भी होता है। इसलिए सोच समझ कर ही रुपए निकालना चाहिए।
कितना मिलता है ब्याज
प्रोविडेंट फंड (PF) में जमा राशि पर 8.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। पीएफ में जितनी ज्यादा राशि जमा रहेगी, ब्याज उतना ही ज्यादा मिलेगा। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि पीएफ से पैसा नहीं निकालें। नौकरी करने के दौरान दूसरे तरीकों से पैसे का प्रबंध करना बेहतर होगा।
यह नियम है अहम
कमर्चारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का एक नियम यह है कि अगर रिटायरमेंट के बाद भी 3 साल के लिए पैसा नहीं निकालते हैं, तो जमा राशि पर ब्याज मिलता रहेगा। इससे आपका फंड काफी बढ़ जाएगा। इसलिए अगर पैसों की कोई खास जरूरत नहीं हो, तो रिटायरमेंट के 3 साल के बाद ही पैसा निकालना चाहिए।
यह भी पढ़ें- आईटीआर फाइल करने की नहीं बढ़ेगी तारीख- जल्दी कर लें ये काम, समय पर ITR रिटर्न भरने के होते हैं कई फायदे