भारत के दो दिग्गज मसाला कंपनियों पर पेस्टिसाइड के मिलावटों के आरोपों का सामना करना पड़ा। सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और मालदीव में इसकी बिक्री पर बैन लगा है। वहीं कई देशों में इसकी जांच की जा रही हैं। FSSAI ने दोनों कंपनियों को क्लीन चिट दे दी है।
बिजनेस डेस्क. एवरेस्ट और MDH के मसालों की बिक्री पर तीन देशों में बैन लगा। पहले हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर फिर मालदीव में इन मसालों पर कार्रवाई हुई। इन मसालों में पेस्टिसाइड पाए जाने के आरोप लगे, जिसके बाद कई देशों में इनकी जांच शुरू हुई। हालांकि, दोनों ब्रांड्स ने इन आरोपों को खारिज किया। हाल ही में FSSAI ने भी जांच के बाद कहा कि इन मसालों में पेस्टिसाइड की मात्रा तय सीमा से कम है। ऐसे में भारत में इन मसालों को क्लीन चिट मिल गई।
MDH देश की 100 साल पुरानी कंपनी
"महाशियान दी हट्टी" इसे MDH के नाम से जाना जाता है। इस मसाला कंपनी की शुरुआत 1919 में हुई। ये दुनियाभर में काफी पॉपुलर है। इसके संस्थापक धर्मपाल गुलाटी है। इसके पीछे का कारण इसके विज्ञापन और पैकेजिंग को माना जाता है। इसमें कंपनी के फाउंडर गुलाटी का फोटो काफी पॉपुलर है। उन्हें भारत का स्पाइस किंग कहा जाता है। इनका निधन 2020 में हुआ। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, MDH 62 प्रोडक्ट तैयार करती हैं। कंपनी की पांच फैक्ट्रियां हैं। वहीं, 4 लाख से ज्यादा डीलर्स की मदद से भारत सहित दुनिया के कई देशों इसका नेटवर्क फैला हुआ है।
एवरेस्ट दुनिया भर में पॉपुलर
एवरेस्ट की शुरुआत 1967 में सिर्फ तीन प्रोडक्ट्स के साथ हुई थी। इस कंपनी स्थापना वाडीलाल भाई शाह ने 200 स्केयर फुट की छोटी सी मसाले की दुकान से की थी। ये कंपनी 52 प्रोडक्ट्स बनाती हैं, जो दुनियाभर के 80 देशों में बेचे जा रहे हैं। कंपनी के मुताबिक, हर दिन 2 करोड़ परिवार एवरेस्ट मसालों का इस्तेमाल करते हैं। इसकी एवरेस्ट के मसालों की सालाना बिक्री 3.7 बिलियन पैक हर साल बेचे जाते हैं। भारत के 1000 के छोटे-बड़े शहरों में 6 लाख 20 हजार आउटलेट एवरेस्ट के प्रोडक्ट बेचें जा रहे है। बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान एवरेस्ट कंपनी के ब्रांड एंबेसडर है।
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