भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में अग्रणी बीपीएल लिमिटेड ने बेंगलुरु में अत्याधुनिक प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में बड़ा निवेश किया है।
बेंगलुरु। भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में अग्रणी बीपीएल लिमिटेड ने बेंगलुरु में अत्याधुनिक प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) विनिर्माण सुविधा स्थापित करने में बड़ा निवेश किया है। इससे भारत में पीसीबी के क्षेत्र में क्रांति आएगी। खासकर इलेक्ट्रॉनिक सेगमेंट में मांग पूरा करने में मदद मिलेगी।
बीपीएल इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता और वैश्विक उपस्थिति को बढ़ा रहा है। इसी क्रम में कंपनी ने नया प्लांट लगाया है। इसमें 100k श्रेणी का साफ कमरा, उन्नत प्लेटिंग लाइनें और सीएनसी-कंट्रोल मशीनें हैं। इससे भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल और तेजी से विकसित हो रहे इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग द्वारा संचालित पीसीबी की बढ़ती मांग को समर्थन मिलेगा।
बीपीएल के नए प्लांट में हैं ये फीचर
क्लास 100k क्लीन रूम: उच्च गुणवत्ता वाले पीसीबी उत्पादन के लिए सबसे ऊंची सफाई मानकों को सुनिश्चित किया गया है।
एडवांस्ड प्लेटिंग लाइन्स: इससे तांबे के सटीक जमाव की सुविधा मिलती है। यह पीसीबी के अच्छा काम करने के लिए जरूरी है ।
सीएनसी-कंट्रोल्ड मशीनें: पीसीबी निर्माण में सटीकता और दक्षता की गारंटी देती हैं।
विशिष्ट खंड: आरएफ एंटीना, ऑटोमोटिव और बिजली रूपांतरण जैसे विशिष्ट खंडों को टारगेट किया गया है।
स्टेट ऑफ द आर्ट टेस्ट फैसिलिटी: इसमें माइक्रो-सेक्शन एनालाइजर, 500x तक के माइक्रोस्कोप और कठोर पीसीबी टेस्ट के लिए एक विश्वसनीयता टेस्ट रूम शामिल है।
बता दें कि भारतीय पीसीबी बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इसका अनुमानित CAGR 2024 से 2032 तक 18.1% है। इसके 2032 तक 20.17 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इसको ध्यान में रखते हुए बीपीएल इस क्षेत्र में अपनी क्षमता का विस्तार कर रहा है। सरकार भी इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में स्वदेशी विनिर्माण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही है।
बीपीएल 1989 से सान्यो जापान की तकनीकी सहायता से शुरू होकर पीसीबी निर्माण में एक प्रमुख खिलाड़ी रही है। पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने अपने मौजूदा संयंत्र को स्वचालित मशीनों के साथ उन्नत किया है।