76 साल में 665 गुना तक बढ़ गया सोने का भाव, 1947 से अब तक 66,475% का रिटर्न

देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। आज खाने पीने की चीजों से लेकर ज्वेलरी और पहनने तक सब महंगा हो गया है लेकिन आजादी के समय ऐसा नहीं था। 1947 में हर सामान काफी सस्ता मिलता था। तब पैसे में ही अधिकतर चीजें मिल जाया करती थी।

बिजनेस डेस्क : देश को आजाद हुए 76 साल हो गए हैं। आज हर जगह आजादी का पर्व (Independence Day 2023) मनाया जा रहा है। इन 76 सालों में हिंदुस्तान में काफी कुछ बदल गया है। जो चीजें पहले पैसों में ही आ जाती थी, उनके दाम अब आसमान पर पहुंच गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि महंगाई किस कदर बढ़ी है। 1947 के बाद से भारत में सोने का भाव 665 गुना बढ़ गया है। आइए जानते हैं आजादी के दौरान गोल्ड और बाकी चीजों की क्या कीमत थी...

1947 में रुपया और डॉलर

Latest Videos

जब भारत को आजादी मिली थी, तब एक डॉलर की कीमत 4 रुपए से भी कम थी लेकिन आज डॉलकर 83 रुपए की वैल्यू का हो गया है। इन 76 सालों में भारतीय रुपए की कीमत करीब 20 गुना नीचे आ गई है।

665 गुना बढ़े सोने का भाव

साल 1947 में 10 ग्राम यानी एक तोला सोने की कीमत सिर्फ 88.62 रुपए थी, जो 76 सालों में 665 गुना से ज्यादा बढ़ गया है। आज MCX एक्सचेंज पर सोने का भाव 59 हजार रुपए के करीब है। मतलब इतने समय में सोना ने 66,475 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

आजादी के समय पेट्रोल के दाम

1947 में पेट्रोल-डीजल भी काफी सस्ता हुआ करता था। तब एक लीटर पेट्रोल सिर्फ 25 पैसे में मिल जाता था। आज दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपए प्रति लीटर है। कहीं-कहीं तो 100 के पार भी पहुंच गया है। जबकि डीजल 89.66 रुपए में आता है।

1947 से अब तक इन चीजों के दाम भी कई गुना बढ़े

इसे भी पढ़ें

अब आसान होगा घर खरीदना ! स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने दी Good News

 

 

Share this article
click me!

Latest Videos

जमुई में हाथ जोड़कर आगे बढ़ रहे थे PM Modi फिर ये क्या बजाने लगे? झूमते दिखे लोग । PM Modi Jamui
महाराष्ट्र में हुई गृहमंत्री अमित शाह के बैग और हेलीकॉप्टर की तलाशी #Shorts #amitshah
UPPSC Student Protest: डिमांड्स पूरी होने के बाद भी क्यों जारी है छात्रों का आंदोलन, अब क्या है मांग
झांसी: शॉर्ट सर्किट ने अस्पताल को बनाया श्मशान, जिंदा जले 10 बच्चे
Maharashtra Election 2024: 'कटेंगे-बटेंगे' के खिलाफ बीजेपी में ही उठने लगे सवाल। Pankaja Munde