
Credit Card Balance Transfer Good or Bad: क्या आपका क्रेडिट कार्ड बिल भी हर महीने बढ़ता ही जा रहा है, ब्याज देखकर टेंशन हो रही है? अगर हां तो बैलेंस ट्रांसफर ऑप्शन राहत भरा और आसान हो सकता है। बैंक अक्सर कुछ महीनों के लिए जीरो परसेंट या बहुत कम ब्याज का ऑफर देते हैं। सुनने में तो यह बहुत अच्छा लगता है, लेकिन क्या यह हमेशा सही विकल्प है? क्रेडिट कार्ड से बैलेंस ट्रांसफर करना चाहिए या नहीं? आइए आसान भाषा में समझते हैं...
सीधे शब्दों में कहें तो बैलेंस ट्रांसफर मतलब आपका पुराना क्रेडिट कार्ड, जिस पर ब्याज ज्यादा है, उसका पैसा किसी दूसरे कार्ड या लो-कॉस्ट लोन में ट्रांसफर कर देना। नया कार्ड या लोन आपको कम ब्याज देता है और आप उसे किस्तों में चुकाते हैं। बैंक पुराने कार्ड का बैलेंस क्लियर कर देता है, लेकिन अब पेमेंट नए कार्ड या लोन की शर्तों के अनुसार करना होता है।
सबसे बड़ा फायदा है कि आप महंगे ब्याज से बच सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपके पास कई कार्ड्स या अलग-अलग बकाया है, तो आप सबको एक ही जगह मर्ज कर सकते हैं। महीने में सिर्फ एक ही तारीख और एक ही पेमेंट से भुगतान आसान हो जाता है और ट्रैक करना भी आसान हो जाता है।
बैलेंस ट्रांसफर के बाद आपके स्कोर पर कई जगह असर पड़ सकता है। सबसे पहले क्रेडिट यूटिलाइजेशन यानी कार्ड की लिमिट के मुकाबले कितना बैलेंस है। इसे 30% के आसपास रखना सबसे अच्छा होता है। नया कार्ड खोलने से हार्ड इनक्वायरी होती है, जो थोड़ा स्कोर घटा सकती है। अगर पुराना कार्ड बंद कर दिया तो एवरेज एज कम हो जाएगी और सबसे बड़ा फैक्टर है पेमेंट हिस्ट्री। अगर ट्रांसफर के बाद समय पर पेमेंट नहीं होता, तो क्रेडिट स्कोर तुरंत प्रभावित होगा।
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