अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गई हैं। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो सकते हैं।
Crude Oil Prices: पिछले कुछ हफ्तों से तेजी दिखा रहे कच्चे तेल के दाम अब थमते नजर आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गई हैं। WTI क्रूड ऑयल 78.99 डॉलर प्रति बैरल के आसपास ट्रेड कर रहा है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर कम हो सकते हैं।
एक समय 91 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था कच्चा तेल
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दामों पर नजर डालें तो ब्रेंट क्रूड 83.57 डॉलर प्रति बैरल, जबकि WTI क्रूड 78.99 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है। कुछ समय पहले कच्चे तेल की कीमतें 91 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं। कच्चे तेल के दामों में कमी की वजह से सरकारी तेल कंपनियों को राहत मिलने की उम्मीद है। ऐसे में माना जा रहा है कि आनेवाले समय में कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर आम आदमी को भी राहत दे सकती हैं।
सरकारी कंपनियों के शेयरों में दिखी तेजी
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर शेयर बाजार पर भी दिखा। इसके चलते सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त तेजी देखी गई। BPCL का स्टॉक 4.45 प्रतिशत की तेजी के साथ 634.80 रुपये पर बंद हुआ। वहीं, HPCL का शेयर 7.67 प्रतिशत की तेजी के साथ 533.20 रुपये पर बंद हुआ। जबकि IOC का स्टॉक 2.60 प्रतिशत तेजी के साथ 173.35 रुपये पर बंद हुआ।
ईरान-इजराइल युद्ध की आशंका के बाद भी 13% गिरे दाम
बता दें कि इजरायल और ईरान के बीच लगातार चल रहे तनाव और रूस-यूक्रेन जंग के बावजूद पिछले एक महीने में कच्चे तेल की कीमतों में करीब 13 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, ऑयल सेक्टर से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना था कि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आएगी और ये 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच सकते हैं। लेकिन फिलहाल सभी आशंकाएं गलत साबित हुई हैं।
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