
Driving Licence: भारत सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बना दिया है। अब नए नियमों के तहत आरटीओ ड्राइविंग टेस्ट देना अनिवार्य नहीं है, यदि आप किसी मान्यता प्राप्त निजी ड्राइविंग स्कूल में प्रशिक्षण पूरा कर लेते हैं। इससे ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना पहले की तुलना में अधिक सुविधाजनक हो गया है। इस आर्टिकल में हम आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की पूरी प्रक्रिया, आवश्यक डाक्यूमेंट और फीस की जानकारी देंगे।
भारत में विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए अलग-अलग ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाते हैं:
लर्नर्स लाइसेंस: यह उन लोगों को दिया जाता है जो वाहन चलाना सीख रहे हैं।
वैलिडिटी: 6 महीने
इसके बाद स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है।
स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस: ड्राइविंग टेस्ट पास करने के बाद यह लाइसेंस जारी किया जाता है।
यह धारक को एक विशिष्ट श्रेणी का वाहन चलाने की अनुमति देता है।
कामर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस: यह उन लोगों को दिया जाता है जो ट्रक, बस, टैक्सी जैसे व्यावसायिक वाहन चलाते हैं।
इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (IDP): यह उन भारतीय नागरिकों के लिए होता है जो विदेश में गाड़ी चलाना चाहते हैं।
सरकार ने कुछ राज्यों में ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान करने की सुविधा शुरू की है। इस प्रक्रिया के तहत:
नोट: कुछ मामलों में, विशेष रूप से लाइट मोटर व्हीकल (LMV) के लिए, ड्राइविंग टेस्ट की आवश्यकता नहीं होती है।
अन्य आवश्यक डाक्यूमेंट्स
अब आप घर बैठे ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें
स्टेप 1: सरकारी परिवहन वेबसाइट (https://parivahan.gov.in) पर जाएं।
स्टेप 2: "ड्राइविंग लाइसेंस सेवाएं" सेक्शन पर जाएं।
स्टेप 3: "Apply for Driving License" ऑप्शन पर क्लिक करें।"
स्टेप 4: मांगी गए डिटेल और डाक्यूमेंट अपलोड करें।
स्टेप 5: ऑनलाइन फीस जमा करें।
स्टेप 6: डिजिटल ड्राइविंग टेस्ट (यदि आवश्यक हो) दें।
यदि आपने मान्यता प्राप्त निजी ड्राइविंग स्कूल से प्रशिक्षण लिया है, तो आरटीओ में ड्राइविंग टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं होगी। अन्यथा, आपको निर्धारित तिथि पर आरटीओ टेस्ट देना होगा।
स्टेप 7: वेरिफिकेशन के बाद लाइसेंस प्राप्त करें।
यदि सभी प्रक्रियाएं पूरी हो जाती हैं, तो आपका ड्राइविंग लाइसेंस आपके पंजीकृत पते पर भेज दिया जाएगा।
यदि आप ऑफलाइन ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई प्रक्रिया को अपनाएं:
स्टेप 1: आवेदन फॉर्म प्राप्त करें
स्टेप 2: आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें
स्टेप 3: ड्राइविंग टेस्ट दें
स्टेप 4: ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करें
नोट: यह फीस राज्य परिवहन विभाग के अनुसार बदल सकता है।
यहां पूरी प्रक्रिया दी गई है, जिससे आप घर बैठे कारी ड्राइविंग लाइसेंस की स्थिति जांच सकते हैं:
स्टेप 1: परिवाहन पोर्टल पर जाएं
परिवाहन पोर्टल को खोलें और ‘ड्राइविंग लाइसेंस संबंधित सेवाओं’ विकल्प करें।
स्टेप 2: राज्य चुनें
अपने राज्य का चुनाव करें तथा अपने घर के नजदीकी आरटीओ की यात्रा को चुनें।
स्टेप 3: ‘आवेदन स्थिति' पर क्लिक करें
आवेदन संख्या जिसमें खुद की तारीख, जन्म तिथि और कैप्चा भरें और ‘सबमिट’ पर क्लिक करें।
स्टेप 4: लाइसेंस स्थिति देखें
अगर अपको आपका ड्राइविंग लाइसेंस स्थिति दिखाई जाएगी।
भारत में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए पात्रता वाहन श्रेणी और ड्राइविंग लाइसेंस के प्रकार पर निर्भर करती है।
स्वीकृत वाहनों की क्राइटेरिया
लर्नर्स लाइसेंस टेस्ट, अप्लीकेंट के ट्रैफिक रूल्स एंड रेगुलेशन तथा स्ट्रक्चरल ड्राइविंग स्किल के नॉलेज की जांच के लिए आयोजित किया जाता है। सभी आवेदकों को आरटीओ कार्यालय में लर्नर्स लाइसेंस के लिए रिटेन एग्जाम देना होगा।
दो पहिया वाहनों के लिए
दो पहिया वाहन लर्नर्स लाइसेंस एग्जाम में, अप्लीकेंट्स को आमतौर पर फिगर-8 के साइज की साइकिल चलाने की आवश्यकता होती है। यह अप्लीकेंट के कोड और संकेतों के यूज का टेस्ट करता है। आवेदकों को निर्धारित समय के भीतर अपनी ड्राईविंग पूरी करनी होगी तथा फील्ड पर पैर नहीं रखना होगा।
चार पहिया वाहनों के लिए
अप्लीकेंट्स को वाहन को फिगर 8 के साइज में चलाने के लिए कहा जाएगा। इस टेस्ट में आवेदक की आगे-पीछे चलने की कैपसिटी, पैरलर, पार्किंग, मिरर, गियर और ब्रेक का यूज तथा ट्रैक के डिटरमिनेशन की कैपसिटी का टेस्ट किया जाता है।
भारत में इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (IDP)
भारतीय सड़क परिवहन प्राधिकरण (RTA) विदेश यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट(IDP) जारी करता है, जो उन्हें किसी भी विदेशी देश में ड्राइविंग की परमिट देता है, जो इस डाक्यूमेंट को वैलिड मानता है। विदेशी सड़कों पर यात्रा करते समय, अपने साथ अपना मूल ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (IDP) ले जाना महत्वपूर्ण है।
यह पासपोर्ट जैसा दिखता है और गंतव्य देश की आवश्यकताओं के आधार पर कई लैंग्वेज में जारी किया जाता है। आईडीपी एक वर्ष के लिए वैलिड है। यदि आपको इसकी अधिक समय तक आवश्यकता है तो आपको इसे पुनः जारी करवाना होगा।
1) क्या मुझे अपना ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा अपने पास रखना होगा?
हां, वाहन चलाते समय आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस अवश्य होना चाहिए, क्योंकि यह कानूनी डाक्यूमेंट है जो आपको सड़क पर वाहन चलाने की परमिट देता है।
2) क्या मुझे ड्राइविंग लाइसेंस एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन मिल सकता है?
बेशक, आप अपने राज्य के मोटर वाहन विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस एप्लीकेशन फार्म प्राप्त कर सकते हैं।
3) बिना वैलिड लाइसेंस के वाहन चलाने के क्या रिजल्ट होंगे?
बिना वैलिड लाइसेंस के वाहन चलाने और अधिकारियों द्वारा पकड़े जाने पर जुर्माना, जेल और यहां तक कि वाहन जब्त भी किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, बिना वैध लाइसेंस के वाहन चलाने से आपका मोटर बीमा कवरेज रद्द हो सकता है।
4) परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने के बाद कितने समय तक वैलिड रहता है?
परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने की तारीख से 20 वर्षों तक वैलिड रहता है।
5) भारत में ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की स्थिति की जांच कैसे करें?
आप अपने ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन की स्थिति को परिवर्तन पोर्टल पर ट्रैक कर सकते हैं।
6) ड्राइवर लाइसेंस नंबर में क्या लिखा होता है?
प्रत्येक ड्राइवर लाइसेंस संख्या में 13 वर्ड का एक स्पेशल नंबर होता है, जिसमें स्टेट का नाम, ब्रांच कोड, जारी करने का वर्ष और ड्राइवर प्रोफाइल आईडी शामिल होती है।
7) क्या ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए मेडिकल सार्टिफिकेट अनिवार्य है?
हां, ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आमतौर पर मेडिकल सार्टिफिकेट प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
8) बिना ड्राइवर लाइसेंस के वाहन चलाने पर क्या दंड है?
बिना वैलिड ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाने पर 500 रुपये का जुर्माना लगेगा। 5000 रुपये तक का जुर्माना, 3 महीने तक की जेल या दोनों लगाया जा सकता है।
9) क्या मैं अपने ड्राइविंग लाइसेंस पर एड्रेस ऑनलाइन अपडेट कर सकता हूँ?
नहीं, आप अपने ड्राइविंग लाइसेंस पर एड्रेस ऑनलाइन नहीं बदल सकते, लेकिन आप एड्रेस बदलने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं और वेरीफिकेशन के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) में जा सकते हैं।
10) क्या मैं किसी अन्य देश में वाहन चलाने के लिए अपने भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस का यूज कर सकता हूं?
नहीं, आप किसी अन्य देश में वाहन चलाने के लिए अपने भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस का यूज नहीं कर सकते। इसके लिए आपको इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट लेना होगा।
11) भारत में परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने में कितना समय लगता है?
एक बार जब आप ड्राइविंग टेस्ट पास कर लेते हैं, तो आप अपने दिए गए एड्रेस पर 30 दिनों के भीतर अपना परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
12) मैं ड्राइवर लाइसेंस के लिए अप्लाई कैसे करूं?
ड्राइवर लाइसेंस के लिए अप्लाई करने के लिए आपकी उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए, आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए, तथा परमानेंट लाइसेंस प्राप्त करने से पहले आपको लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया का पालन करना होगा।
13) भारत में कितने प्रकार के ड्राइविंग लाइसेंस हैं?
भारत में चार प्रकार के ड्राइविंग लाइसेंस हैं - लर्निंग, परमानेंट, कामर्शियल और इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट।
14) मैं अपने ड्राइविंग लाइसेंस पर नाम कैसे बदल सकता हूं?
अपने ड्राइविंग लाइसेंस पर नाम बदलने के लिए आपको आवश्यक फीस और सहायक डाक्यूमें के साथ अप्लाई करना होगा।
15) ड्राइवर लाइसेंस की वैलिडिटी पीरियड क्या है?
भारत में ड्राइविंग लाइसेंस की वैलिडिटी पीरियड उसके प्रकार के आधार पर अलग-अलग होती है, उदाहरण के लिए, लर्निंग लाइसेंस के लिए 6 महीने और परमानेंट लाइसेंस के लिए 20 वर्ष।
16) यदि दो महीने बाद भी अपना ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिले तो मुझे क्या करना चाहिए?
यदि आपको दो महीने के भीतर अपना ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त नहीं होता है, तो आपको अपने अप्लीकेशन का स्टेटस चेक करने के लिए निकटतम कार्यालय जाना चाहिए।
17) क्या मैं भारत में मोटर वाहन चलाने के लिए किसी और के ड्राइविंग लाइसेंस का यूज कर सकता हूं?
नहीं, भारत में मोटर वाहन चलाने के लिए किसी अन्य व्यक्ति के ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग करना अवैध है और ऐसा करने पर कानूनी दंड हो सकता है।
18) क्या आप ऑनलाइन ड्राइविंग टेस्ट अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर सकते हैं?
बेशक, कुछ राज्यों और शहरों में ड्राइविंग टेस्ट के लिए ऑनलाइन बुकिंग उपलब्ध है।