12 साल की उम्र में गेम बेचा, आज 500 बिलियन डॉलर के मालिक! पढ़ें एलन मस्क की अनसुनी कहानी

Published : Oct 02, 2025, 01:50 PM IST
Elon Musk Net Worth

सार

Elon Musk First Earning to 500 Billion Dollar: एलन मस्क ने 12 साल की उम्र में 'Blastar' गेम बेचकर अपने बिजनेस सफर की शुरुआत की थी और अब वह करीब 500 बिलियन डॉलर के मालिक बन गए हैं। 10 साल में उनकी संपत्ति 34 गुना तक बढ़ गई है। 

World First 500 Billionaire Story: टेस्ला, स्पेसएक्स और न्यूरालिंक जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क अब दुनिया के पहले ऐसे इंसान बन गए हैं, जिनकी संपत्ति 500 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर्स लिस्ट के अनुसार, 1 अक्टूबर को उनकी नेटवर्थ करीब 500 बिलियन डॉलर यानी करीब 44.33 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई। 10 साल में उनकी संपत्ति 34 गुना तक बढ़ चुकी है। उनका यह सफर 12 साल की उम्र में वीडियो गेम बेचने से शुरू हुआ था। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे अमीर इंसान की अनसुनी कहानी...

एलन मस्क की संपत्ति 10 साल में कितनी बढ़ी?

एलन मस्क की नेटवर्थ 10 साल में 34 गुना बढ़ गई है। 2016 में उनकी कुल संपत्ति लगभग 10.7 बिलियन डॉलर यानी 94,800 करोड़ रुपए थी, जो 2020 में 24.6 बिलियन डॉलर (2,18,000 करोड़ रुपए) तक पहुंच गई और अब 2025 में करीब 499.1 बिलियन डॉलर (43,99,000 करोड़ रुपए) तक पहुंच गई।

एलन मस्क की पहली कमाई कितनी थी?

एलन मस्क ने सिर्फ 10 साल की उम्र में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखना शुरू किया। 12 साल की उम्र में उन्होंने 'Blastar' नाम का एक वीडियो गेम बनाया। इसे एक मैगजीन ने सिर्फ 500 डॉलर में खरीदा। यही उनकी पहली कमाई थी।

एलन मस्क का पहला बिजनेस कौन सा था?

1995 में एलन मस्क ने Zip2 नाम की कंपनी बनाई। इसे बाद में 307 मिलियन डॉलर में बेच दिया गया। इसके बदले उन्हें 22 मिलियन डॉलर मिले। फिर उन्होंने Paypal की शुरुआत की, जिसे 2002 में eBay ने 1.5 अरब डॉलर में खरीदा। इससे उन्हें 180 मिलियन डॉलर की कमाई हुई। ये शुरुआती कदम उन्हें बड़े बिजनेस और टेक्नोलॉजी की दुनिया में ले गए।

SpaceX से एलन मस्क के सपनों को उड़ान मिली

2002 में मस्क ने SpaceX की स्थापना की। उनका सपना था, स्पेस यात्रा की लागत कम करना और मंगल ग्रह पर इंसानी बस्ती बसाना। 2008 में उनका पहला रॉकेट Falcon 1 सफल हुआ। 2012 में SpaceX का ड्रैगन कैप्सूल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ा।

Tesla: आम लोगों के लिए इलेक्ट्रिक कार

2003 में टेस्ला की शुरुआत हुई, Elon शुरुआती निवेशकों में शामिल हुए। धीरे-धीरे वे CEO बन गए। उनका मकसद सस्टेनेबल एनर्जी और इलेक्ट्रिक कारों को आम लोगों तक पहुंचाना था। आज टेस्ला सिर्फ कार नहीं, बल्कि इनोवेशन और पर्यावरण के लिए आइकॉन बन चुकी है। हाल ही में भारत में भी इसके शोरूम खुले और सेल शुरू हुई।

Neuralink: दिमाग और मशीन का कनेक्शन

2016 में मस्क ने न्यूरालिंक की स्थापना की। इसका मकसद इंसानी दिमाग और कंप्यूटर को जोड़ना है। यह तकनीक भविष्य में न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के इलाज में मदद करेगी और AI के साथ इंसानों को बेहतर तरीके से जोड़ने का सपना पूरा करेगी।

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