यहां देवी मां के मंदिर में पूजे जाते हैं विघ्नहर्ता, दिलचस्प है इतिहास

पुणे के तांबडी जोगेश्वरी गणपति जी सबसे फेमस गणपति प्रतिमा में से एक है। यह प्रतिमा देवी दुर्गा मां के मंदिर में है। जिन्हें पुणे की संरक्षक देवी भी माना जाता है। मां के मंदिर के परिसर में गणपति जी की प्रतिमा बहुत ही पूजनीय है।

Satyam Bhardwaj | Published : Sep 25, 2023 11:32 AM IST

बिजनेस डेस्क : देशभर में गणेश उत्सव (Ganesh Utsav 2023) की धूम है। महाराष्ट्र में अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। 10 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव का भव्य आयोजन मुंबई और पुणे में देखते ही बन रहा है। हर तरफ बप्पा के भव्य पंडाल और दर्शकों की जबरदस्त भीड़ के बीच जय-जयकारें गूंज रहे हैं। दोनों ही शहरों में कई बड़े गणेश पंडाल आकर्षक का केंद्र हैं, उनका इतिहास काफी दिलचस्प है और यहां का गणेशोत्सव दुनियाभर में फेमस है। इन्हीं में से गणेश जी का एक तांबडी जोगेश्वरी गणपति मंदिर पुणे (Tambdi Jogeshwari Ganpati Temple Pune) में हैं।

देवी दुर्गा के मंदिर में पूजे जाते हैं विघ्नहर्ता

पुणे के तांबडी जोगेश्वरी गणपति जी सबसे फेमस गणपति प्रतिमा में से एक है। यह प्रतिमा देवी दुर्गा मां के मंदिर में है। जिन्हें पुणे की संरक्षक देवी भी माना जाता है। मां के मंदिर के परिसर में गणपति जी की प्रतिमा बहुत ही पूजनीय है। दूर-दूर से लोग यहां दर्शन को आते हैं।

तांबडी जोगेश्वरी गणपति का इतिहास

यहां गणेश की छोटी सी चांदी की प्रतिमा एक पालकी में रखी गई है। जहां भक्त विघ्नहर्ता का दर्शन कर प्रसाद चढ़ाते हैं। इतिहासकार बताते हैं कि यह मंदिर साल 1893 में स्थापित किया गया था। यह प्रतिमा उनमें से एक है जिसे लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने गणेशोत्सव की शुरुआत के समय रखा था।

तांबडी जोगेश्वरी गणपति में महोत्सव

इस मंदिर परिसर में गणेश उत्सव का गजब का उत्साह देखने को मिलता है। पिछले कुछ सालों से यहां अफ्रीका के हाथियों की तरह पंडाल और प्रतिमा की सजावट होती है। यहां का मंडल 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। यहां महोत्सव के दौरान कई सामाजिक कार्यक्रम भी चलते हैं। गणेश उत्सव के 10 दिनों तक यहां की रौनक देखते ही बनती है।

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