चार हिस्सों में बंट जाएगा Godrej ग्रुप, जानें कंपनी में किसे कितना मिलेगा हिस्सा

गोदरेज ग्रुप में अब बंटवारा पर मुहर लग चुकी है। इस ग्रुप में कंपनियों का आदी गोदरेज, नादिर गोदरेज, जमशेद गोदरेज, और स्मिता गोदरेज का बंटवारा फाइनल हो चुका है। गोदरेज ग्रुप की 5 लिस्टेड कंपनियां हैं। ये आदी गोदरेज और नादिर के हिस्से में जा सकती है।

बिजनेस डेस्क. देश के सबसे जाने माने बिजनेस घराने गोदरेज ग्रुप का बंटवारा हो चुका है। गोदरेज की स्थापना  साल 1897 में अर्दशीर गोदरेज ने की थी। अब गोदरेज परिवार ने अपने ग्रुप के बंटवारे पर मुहर लगा दी है। इस ग्रुप में कंपनियों का आदी गोदरेज, नादिर गोदरेज, जमशेद गोदरेज, और स्मिता गोदरेज का बंटवारा फाइनल हो चुका है। आपको बता दें कि इस ग्रुप की मार्केट कैप 4.1 अरब डॉलर है।

जानें किसे मिल सकती लिस्टेड कंपनियां

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गोदरेज ग्रुप की 5 लिस्टेड कंपनियां हैं। इनमें गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, गोदरेज प्रॉपर्टीज, गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज एग्रोवेट और एस्टेट लाइफसाइंसेज शामिल हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि आदी गोदरेज और नादिर के हिस्से में जा सकती है। आपको बता दें कि गोदरेज ग्रुप की 23% हिस्सेदारी ट्रस्ट के पास है। इससे ट्रस्ट पर्यावरण, स्वास्थ्य और एजुकेशन पर खर्च करती है।

जमशेद और स्मिता को मिल सकते है गोदरेज के ब्रांड्स

वहीं, गोदरेज एंड बॉयस का कंट्रोल जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज को मिल सकता है। जल्द ही इस बंटवारे को फाइनल हो जाएगा और इसकी घोषणा की जाएगी। इसमें रॉयल्टी, ब्रांड यूज और जमीन को लेकर बड़े फैसले लिए जा सकते है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनलिस्टेड कंपनियां और लैंड बैंक डेवलपमेंट जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज को दिया जा सकता है। गोदरेज बॉयस एक प्राइवेट कंपनी है। हालांकि, गोदरेज ग्रुप ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है।

ऐसे होगा बंटवारा

गोदरेज ग्रुप में बंटवारे की खबर बीते तीन सालों से चल रही हैं। अब आखिरकार बंटवारा होने जा रहा है। इसमें परिवार के सदस्य एक-दूसरे की कंपनियों की हिस्सदारी बेचकर अलग हो जाएगे। आपको बता दें कि आदि और नादिर गोदरेज ने जनवरी में गोदरेज एंड बॉयस के बोर्ड से इस्तीफा दिया था। वहीं, जमशेद गोदरेज ने जीसीपीएल और गोदरेज प्रॉपर्टीज के बोर्ड से अलग हो गए थे।

जानें गोदरेज की 5 बड़ी उपलब्धियां

गोदरेज कंपनी की शुरूआत साल 1897 में हुई थी। तब से लेकर अब तक कंपनी ने मार्केट में अपना दबदबा कायम रखा है। इन्होंने साल 1951 में हुए देश के पहले लोकसभा चुनावों में बैलेट बॉक्स बनाए थे। वहीं 1955 में पहला भारतीय टाइपराइटर बनाया था। इसके बाद 1958 में पहला स्वदेशी फ्रीज बनाने वाली कंपनी गोदरेज ही थी।

जानें कितना फैला है गोदरेज ग्रुप का बिजनेस

गोदरेज ग्रुप का बिजनेस इंजीनियरिंग, होम एप्लायंस, सिक्योरिटी, एग्रीकल्चर, रियल एस्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स सेक्टर में काम करता है। कंपनी एग्रोवेट में 64.89%, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स में 23.74% और गोदरेज प्रॉपर्टीज में 47.34% का हिस्सा है। 

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