IMF ने कहा है कि इस साल भारत की अर्थव्यस्था 6.1 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। चीन की आर्थिक रफ्तार कोरोना महामारी के चलते सुस्त हो रही है।
न्यूयॉर्क। IMF (International Monetary Fund) ने भारत की अर्थव्यवस्था के विस्तार को लेकर अपने पुराने अनुमान को अपग्रेड किया है। इसे 0.2 फीसदी बढ़ाया गया है। IMF ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था 6.1 फीसदी की दर से बढ़ रही है। वहीं, चीन को लेकर चिंता जताते हुए IMF ने कहा कि चीन में कोरोना महामारी से रिकवरी की रफ्तार सुस्त पड़ रही है।
IMF के जुलाई विश्व आर्थिक आउटलुक अपडेट के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज रफ्तार से बढ़ रही है। इस साल यह 6.1 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही है। IMF का यह अनुमान अप्रैल में उसकी भविष्यवाणी से 0.2 फीसदी अधिक है।
5.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही चीन की अर्थव्यवस्था
IMF के अनुसार भारत इस साल दुनिया की आर्थिक विकास में लगभग छठा हिस्सा योगदान देगा। 2022 की तुलना में घरेलू निवेश मजबूत हुआ है, जिससे भारत की आर्थिक उन्नती तेज हुई है। IMF ने बताया है कि चीन की अर्थव्यवस्था 5.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही है। यह दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यस्था (बड़ी अर्थव्यवस्था में) है। हालांकि कोरोना महामारी ने चीन की आर्थिक प्रगति की रफ्तार को धीमा किया है। IMF ने अनुमान लगाया है कि इस साल तीन फीसदी की रफ्तार से वैश्विक अर्थव्यवस्था बढ़ेगी। यह अप्रैल के अनुमान से 0.2 फीसदी अधिक है। 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 3.5 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी।
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चीन के पोलित ब्यूरो ने दिया है प्रॉपर्टी उद्योग की मदद का संकेत
चीन के पोलित ब्यूरो ने प्रॉपर्टी उद्योग की मदद का संकेत दिया है। IMF ने कहा था कि कोरोना महामारी के चलते प्रॉपर्टी उद्योग जोखिम में है। IMF के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे ओलिवियर गौरींचास ने कहा कि चीन में कोरोना महामारी के बाद अर्थव्यवस्था फिर से खोलने के बाद सुधार में गति खोने के संकेत दिखाई दे रहे हैं। प्रॉपर्टी क्षेत्र को लेकर अधिक चिंताएं हैं।