शेयर, म्यूचुअल फंड, डिबेंचर, बॉन्ड आदि में ज़्यादा रकम निवेश करने पर भी आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. आप ज़्यादा से ज़्यादा 10 लाख रुपये तक का ही नकद लेन-देन कर सकते हैं. इसलिए, अगर आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाने की योजना बना रहे हैं, तो सबसे पहले ध्यान रखें कि आपको ज़्यादा नकदी का इस्तेमाल न करना पड़े.