नया वित्त वर्ष 2025-26 शुरू हो चुका है और जल्द ही ITR फाइलिंग प्रक्रिया शुरू होने वाली है। जानें इनकम टैक्स रिटर्न भरने की संभावित डेडलाइन, फॉर्म 16 की अहमियत, जल्दी रिटर्न फाइल करने के फायदे और एक्सपर्ट्स की जरूरी सलाह।
नए फाइनेंशियल ईयर 2025-26 में पिछले साल की इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। टैक्सपेयर्स को ITR फॉर्म्स और यूटिलिटीज के जारी होने का इंतजार है। उम्मीद है कि जल्द ही आईटी डिपार्टमेंट इस संबंध में जानकारी देगा।
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अभी डेडलाइन तय नहीं–क्या करें टैक्सपेयर्स?
आमतौर पर ITR फाइल करने की लास्ट डेट 31 जुलाई होती है, लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई आफिशियल एनाउंसमेंट नहीं हुआ है। वैसे खास परिस्थितियों में विभाग आईटीआर फाइल करने की डेडलाइन को आगे बढ़ाता रहा है।
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क्यों न करें डेडलाइन का इंतजार?
आखिरी तारीख तक वेट करने के बजाय जल्दी आईटीआर फाइल करने के कई फायदे हैं। इससे गलती की संभावना कम होती है और प्रोसेसिंग जल्दी होती है। जल्दी फाइलिंग फायदेमंद है, लेकिन बिना दस्तावेज़ जांचे गलती से बचना जरूरी है। सही जानकारी देना जरूरी है, ताकि फ्यूचर में कोई नोटिस न आए।
नौकरीपेशा के लिए फॉर्म 16 क्या है और क्यों जरूरी है?
नौकरी करने वालों के लिए फॉर्म 16 बेहद जरूरी है। इसमें सैलरी की पूरी डिटेल और TDS कटौती का ब्योरा होता है, जिसे रिटर्न फाइलिंग से पहले चेक करना जरूरी है। एंप्लॉयर्स को 15 जून तक फॉर्म 16 जारी करना होता है। टैक्सपेयर्स को यह समय से लेकर डिटेल्स की जांच करनी चाहिए।
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जल्दी रिटर्न फाइल करने से जल्दी रिफंड
जो टैक्सपेयर्स जल्दी रिटर्न फाइल करते हैं, उन्हें रिफंड भी जल्दी मिलता है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पहले उन्हीं रिटर्न्स को प्रोसेस करता है जो पहले जमा किए गए होते हैं। कहा जाता है कि डेडलाइन समाप्त होने से पहले आईटी डिपार्टमेंट उन अकाउंट का रिफंड प्रॉसेस कर देता है, जो समय से अपना आईटीआर फाइल करते हैं।