भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 4 बिलियन डालर की बढ़ोतरी हुई और यह 588.78 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।
India forex reserve growth: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 588.78 बिलियन डॉलर हो गया है। इससे पहले यह 584.75 अरब डॉलर पर था। हालांकि, अपने ऑल टाइम हाई से ये अब भी 57 अरब डॉलर कम है।
अक्टूबर, 2021 में रिकॉर्ड हाई पर था फॉरेक्स रिजर्व
बता दें कि अक्टूबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट देखने को मिली और यह 600 अरब डॉलर के नीचे आ गया। लेकिन जिस तेजी से इसमे सुधार हो रहा है, उसे देखकर लग रहा है कि जल्द ये एक बार फिर 600 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच जाएगा।
क्यों आई फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट?
2022 में अमेरिकी फेड रिजर्व ने ब्याज दरें बढ़ाईं। इसके चलते विदेशी निवेशकों (फॉरेन इन्वेस्टर्स) ने अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से रुपये में कमजोरी देखी गई। यहां तक कि डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 10% तक गिर गया। एक डॉलर के मुकाबले रुपया 83 के स्तर तक पहुंच गया था। रुपए को सपोर्ट देने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को डॉलर बेचने पड़े, जिसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई।
क्या है फॉरेक्स रिजर्व?
विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के लिए इमरजेंसी फंड की तरह होता है, जो कि उस देश के केंद्रीय बैंक के पास रखा जाता है। फॉरेक्स रिजर्व में नगदी के अलावा, बॉन्ड, सोना और दूसरी चीजें भी होती हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा पैसा भी विदेशी मुद्रा भंडार का ही हिस्सा होता है। फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व हमेशा अमेरिकी डॉलर में रखा जाता है, क्योंकि ये दुनिया में सबसे ज्यादा प्रचलित मुद्रा है।
इन 5 देशों के पास सबसे ज्यादा फॉरेक्स रिजर्व
1- चीन - 3379 अरब डॉलर
2- जापान - 1,257 अरब डॉलर
3- स्विट्जरलैंड - 899 अरब डॉलर
4- रूस - 598 अरब डॉलर
5- भारत - 588.78 अरब डॉलर
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