भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर इजाफा हुआ है। 7 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में फॉरेक्स रिजर्व 6.30 अरब डॉलर बढ़कर 584.75 के स्तर पर पहुंच गया है। बता दें कि ये 9 महीने का उच्च स्तर है।
India Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर अब 584.75 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 7 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में फॉरेक्स रिजर्व 6.30 अरब डॉलर बढ़कर 584.75 के स्तर पर पहुंच गया।
9 महीने की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा फॉरेक्स रिजर्व :
बता दें कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 9 महीने का रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने बताया कि स्वर्ण भंडार का मूल्य आलोच्य सप्ताह में 1.496 अरब डॉलर बढ़कर 46.696 अरब डॉलर हो गया है।
अक्टूबर, 2021 में था ऑल टाइम हाई :
बता दें कि अक्टूबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट दर्ज की गई और ये 600 अरब डॉलर के नीचे आ गया।
पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व से 127 गुना ज्यादा :
बता दें कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार फिलहाल 4.59 अरब डॉलर के आसपास है। इस हिसाब से यह भारत के 584 अरब डॉलर की तुलना में 127 गुना कम है। बता दें कि भारत विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में दुनिया के टॉप-5 देशों में शामिल है।
क्या है फॉरेक्स रिजर्व?
फॉरेक्स रिजर्व यानी विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश का आपातकाल फंड होता है, जो कि उस देश के सेंट्रल बैंक के पास रखा होता है। इसमें नगदी के अलावा, बॉन्ड, सोना और दूसरी तरह की चीजें भी शामिल होती हैं। इतना ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा रकम भी विदेशी मुद्रा भंडार का ही हिस्सा होती है। फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व अमेरिकी डॉलर में रखा जाता है।
सबसे ज्यादा फॉरेन एक्सचेंज वाले टॉप-5 देश :
चीन - 3379 अरब डॉलर
जापान - 1,257 अरब डॉलर
स्विट्जरलैंड - 899 अरब डॉलर
रूस - 600 अरब डॉलर
भारत - 584 अरब डॉलर
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