रतन टाटा के अंतिम दर्शन के दौरान ईशा अंबानी के हंसते हुए वीडियो ने सोशल मीडिया पर खलबली मचा दी है और उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है। जब गणमान्य व्यक्ति टाटा परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे थे, तब ईशा का हंसना विवाद का विषय बन गया है।
मुंबई: पूरा देश उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक मना रहा है। 9 अक्टूबर की रात को निधन हुए रतन अंबानी के पार्थिव शरीर को मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स केंद्र में रखा गया है। आम जनता सहित देश के उद्योगपति, राजनीतिक हस्तियां यहां पहुंचकर रतन टाटा को अंतिम विदाई दे रहे हैं। भारत के सबसे अमीर व्यक्ति रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रमुख मुकेश अंबानी पत्नी नीता के साथ पहुंचे और रतन टाटा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी का अंतिम दर्शन के दौरान हंसते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
पति आनंद पीरामल के साथ ईशा अंबानी भी रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए पहुंची थीं। वहां पहुंचे गणमान्य व्यक्ति टाटा परिवार के सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना दे रहे थे। इसी दौरान ईशा अंबानी के हंसते हुए वीडियो का एक छोटा सा क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
ईशा के साथ-साथ मुकेश अंबानी को भी सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। इस वीडियो पर नेटिज़न्स ने तरह-तरह के कमेंट्स करने शुरू कर दिए हैं। कुछ ने लिखा कि आप कहां हैं, ये जान लीजिए। वहीं कुछ ने सवाल किया कि आखिर इस समय ये हंसी क्यों? आसपास कैमरे लगे हैं, थोड़ा संभलकर रहना चाहिए जैसे कई सुझाव भी दिए गए हैं।
रतन टाटा मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। 86 वर्षीय रतन टाटा को सोमवार को नियमित जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि मंगलवार को रतन टाटा ने ट्वीट कर खुद के स्वस्थ होने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि मैं स्वस्थ हूं और अच्छी मनोस्थिति में हूं, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। बुधवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती रतन टाटा की तबीयत बिगड़ने की खबर आई और कुछ ही घंटों में उन्होंने दम तोड़ दिया।
रतन टाटा ने 1999 में अपने दादा द्वारा शुरू किए गए टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। 2012 तक उन्होंने टाटा समूह का नेतृत्व किया। 1996 में उन्होंने टाटा टेलीसर्विसेज (TTML.NS) नामक दूरसंचार कंपनी शुरू की। 2004 में उन्होंने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS.NS) नामक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी की शुरुआत की। अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त होने के बाद, रतन टाटा को टाटा संस, टाटा इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा केमिकल्स का मानद अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
पारसी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले टाटा को साल 2000 में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इसके बाद, 2008 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।