10 मिनट के वीडियो कॉल में गई 400 लोगों की जॉब, हैरान कर देगा कंपनी का तरीका

कनाडा की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी बेल ने 10 मिनट की वीडियो कॉल में 400 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरवरी में 9% कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा की थी। इसका असर तकरीबन 4800 कर्मचारियों पर पड़ेगा। 

Nitesh Uchbagle | Published : Mar 26, 2024 9:47 AM IST

बिजनेस डेस्क. दुनिया भर की दिग्गज टेक कंपनियां अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है। खासतौर से साल 2024 में ये छंटनियों का दौर बढ़ गया है। गूगल से जैसी टेक कंपनी ने भी कॉस्ट कटिंग के नाम पर हजारों एम्प्लाइज को नौकरी से निकाला हैं। अब एक और कंपनी ने छंटनी का फैसला लिया है। लेकिन नौकरी से निकालने का तरीका बेहद हैरान करने वाला है। दरअसल, कनाडा की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी बेल ने महज 10 मिनट की वीडियो कॉल में 400 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है।

10 मिनट में 400 एंप्लाइज को निकाला नौकरी से

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडा की बड़ी टेलीकॉम कंपनी ने सिर्फ 10 मिनट की एक वर्चुअल ग्रुप मीटिंग ग्रुप मीटिंग की। इस मीटिंग में इन 400 कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। इन एंप्लाइज को कंपनी ने बोझ बताकर नौकरी से निकाला है। मीटिंग में मैनेजर के हाथ में छंटनी का लेटर था। इसके बाद उन्होंने छंटनी का फैसला सुनाना शुरू किया। उन्होंने कर्मचारियों से और यूनियन से बात तक नहीं की है। इस दौरान सभी को पिंक स्लिप थमा दी गई।

कंपनी के डायरेक्टर एलन मर्फी ने कहा कि इस छंटनी में पूरी पारदर्शिता बरत रहे हैं। निकाले गए सभी कर्मचारियों से एचआर विभाग बातचीत भी कर रहा है।

यूनियन ने तरीके को बताया शर्मनाक

कनाडा की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर यूनियन यूनिफॉर ने कंपनी के इस फैसले को शर्मनाक बताते हुए कहा कि नौकरी से निकालने के लिए असंवेदनशील तरीका अपनाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनिफॉर ने कंपनी ने जिस तरह से कर्मचारियों को नौकरी से हटाया है, उसकी कड़ी निंदा करते हुए बेहद शर्मनाक है। नौकरी से निकाले गए कर्मचारी लंबे समय से टेलीकॉम कंपनी से बेल के लिए काम कर रहे थे।

9% वर्कफोर्स कम करने का था ऐलान

कनाडा की टेलीकॉम कंपनी बेल ने फरवरी में 9% कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा की थी। इसका असर तकरीबन 4800 कर्मचारियों पर पड़ेगा। आपको बता दें कि इस कंपनी में 19 हजार कर्मचारी जुड़े हुए हैं। कंपनी के सीईओ मिर्को बिबिक ने कहा कि यह छंटनी कंपनी के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन दूसरी तरफ कंपनी ने शेयर होल्डर्स को ज्यादा डिविडेंड देने की बात की गई थी। ऐसे में छंटनी के फैसले की कड़ी निंदा की जा रही है। कंपनी को फाइनेंशियल ईयर 2022 के अंत में 2.3 अरब डॉलर को भारी मुनाफा हुआ था।

 

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