कबाड़ से जुगाड़: जिस नाम से लोग चिढ़ाते थे, उसी को बना दिया स्टार्टअप- अब हो रही इतनी कमाई

क्या आप जानते हैं कि फेंकी हुई कांच की बोतलें भी करोड़ों की कमाई करा सकती हैं। नहीं जानते तो यह स्टोरी आपके लिए है क्योंकि केरल की रहने वाली अपर्णा ऐसी ही कबाड़ से करोड़ों कमा रही हैं।

Manoj Kumar | Published : Aug 4, 2023 8:24 AM IST / Updated: Aug 08 2023, 05:35 PM IST

Kerala Girl Aparna Story. केरल की रहने अपर्णा फेंकी हुए सामानों को रिसाइकल करके डेकोरेशन का आइटम तैयार करती हैं। अब वे इतनी पॉपुलर हैं कि होम डेकोर के लिए लोग अपर्णा से ही कांटैक्ट करते हैं। अपर्णा वेस्टेज मैटेरियल्स से होमडेरेशन करने के लिए अब अपना खुद का स्टूडियो भी खोल चुकी हैं। यह स्टार्टअप शुरू करने बाद आज अपर्णा करोड़ों रुपए हर महीने कमा रही हैं और उनकी पॉपुलैरिटी भी बढ़ती जा रही है।

कैसे शुरू किया यह स्टार्टअप

अपर्णा केरल राज्य के मन्नोतुरत्तु की रहने वाली हैं और यह जगह पर्यटन के लिए जाना जाता है। ज्यादा पर्यटक आने की वजह से यहां अक्सर गंदगी फैलती रहती है। साल 2017 की बात है जब अपर्णा पढ़ने के लिए कोल्लम जाती थीं तो यह गंदगी देखकर उनके मन में कई विचार आते। बीएड करने वाली अपर्णा रोजाना कांच की टूटी बोतलें और कूड़ा रास्ते भर से उठाते हुए घर पहुंचती थीं। लोगों को अपर्णा का यह काम अच्छा नहीं लगता था और लोग उन्हें चिढ़ाने लगे। तब उनका नाम कुप्पी रख दिया गया था।

मां से सीखा कबाड़ से जुगाड़ का हुनर

केरल की रहने वाली अपर्णा बताती हैं कि उनकी मां पेशे से नर्स हैं और वे खाली वक्त में डेकोरेशन का काम करती हैं। उन्हें डेकोरेशन का बहुत शौक है। इसके लिए वे बाजार से सामान खरीदकर नहीं लातीं बल्कि वेस्ट मैटेरियल से ही डेकोरेशन का काम करती हैं। अपर्णा को भी क्राफ्ट और पेंटिंग का शौक है। अपर्णा करती हैं कि मां की आदतें और शौंक उन्हें इतना भाया कि वे भी इसी तरह से करने लगीं और कबाड़ से होम डेकोरेशन का हुनर आ गया।

अपर्णा ने शुरू किया स्टार्टअप

अपर्णा को लोग चिढ़ाने के लिए कुप्पी नाम से पुकारते थे, मलयालम में इसका मतलब बोतल होता है। लेकिन अपर्णा ने इसी नाम से स्टार्टअप शुरू कर दिया। उन्होंने टूरिस्ट डिपार्टमेंट में इस नाम को रजिस्टर कराया ताकि टूरिस्ट को वर्कशॉप दे सकें। अपने ही घर में एक स्टूडियो तैयार कर लिया, जहां वे पर्यटकों को वर्कशॉप देती हैं। यहां आप पहुंचेंगे तो चारों तरफ कांच की बोतलें ही दिखाई देंगी। इन बोतलों का आर्टवर्क देखकर आप चौंक जाएंगे।

शौक को ही बना लिया स्टार्टअप

अपर्णा को कांच की बोतलों से डेकोरेशन करने का ऐसा शौक छाया कि उन्होंने इसे ही अपना कारोबार बनाने की ठान ली। कुछ समय के बाद ही उनका यह स्टार्टअप चल निकला। अब उन्हें ऑनलाइन ऑर्डर मिलते हैं और वे हर महीने इसी से 50 से 60 हजार रुपए कमाई कर रही हैं। अपर्णा कहती हैं कि वे जल्द ही बड़ा स्टूडियो भी तैयार करेंगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वर्कशॉप करा सकें।

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