रियल एस्टेट सेक्टर में साल 2018 से 2023 के बीच यानी बीते 6 सालों में 9,63,441 करोड़ रुपए लोन अप्रूव हुए हैं। इसमें मुंबई, दिल्ली-NCR और बेंगलुरु की पिछले 6 सालों लोन की रकम में 80% हिस्सेदारी हैं।
बिजनेस डेस्क. रियल एस्टेट सेक्टर में साल 2018 से 2023 के बीच में 9 लाख 63 हजार करोड़ रुपए के लोन पास हुए है। अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले तीन सालों में 14 लाख करोड़ रुपए के लोन फाइनेंस हो सकते है। यह जानकारी JLL इंडिया और रियल एस्टेट डेटा विश्लेषक प्रॉपस्टैक की संयुक्त रिपोर्ट में दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 6 सालों में 9,63,441 करोड़ रुपए लोन अप्रूव हुए हैं।
इन महानगरों की 80% हिस्सेदारी
रिपोर्ट के मुताबिक, लोन मार्केट में 2024-26 के बीच भारतीय रियल एस्टेट में 170 अरब डॉलर यानी 14 लाख करोड़ रुपए का लोन लेने की संभावना है। रिपोर्ट में देश के 7 बड़े शहरों में लोन के विश्लेषण किया गया। इसमें मुंबई, दिल्ली-NCR और बेंगलुरु की पिछले 6 सालों लोन की रकम में 80% हिस्सेदारी हैं।
रियल एस्टेट मार्केट तेजी से कर रहा ग्रोथ
देश भर में 1,22,553 रियल एस्टेट स्कीम परियोजनाएं और 86,262 रियल एस्टेट एजेंट रजिस्टर्ड हैं। वहीं, विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए साल 2030 तक मार्केट साइज 1 लाख करोड़ डॉलर का होना चाहिए। रियल एस्टेट सेक्टर देश का दूसरा सबसे रोजगार देने वाला सेक्टर है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में इस सेक्टर 15% की भागीदारी देगा।
कोविड के कारण आई थी मंदी
साल 2020 में कोविड महामारी के चलते लोन बाजार में मंदी आई थी। लेकिन साल 2021 के बाद फिर से इस सेक्टर में तेजी आई है।