क्या है Edugorilla स्टार्टअप? कितना कमाते हैं इसकी शुरूआत करने वाले रोहित मांगलिक

42 लाख रुपए का सालाना पैकेज छोड़कर स्टार्टअप शुरू करने वाले रोहित मांगलिक की कहानी हैरान करनी वाली है। इनके दो स्टार्टअप फेल हो गए और तीसरा शुरू किया तो सैलरी तक के पैसे नहीं थे।

Manoj Kumar | Published : Aug 4, 2023 10:27 AM IST / Updated: Aug 08 2023, 05:35 PM IST

Edugorilla Startup. एजुगोरिल्ला नाम से स्टार्टअप शुरू करने वाले रोहित मांगलिक की कहानी जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। 42 लाख रुपए सालाना की अच्छी खासी नौकरी छोड़कर खुद का बिजनेस शुरू करने वाले रोहित के पहले दो स्टार्टअप फेल हो गए। दूसरा व्यक्ति होता तो निराश होकर फिर से नौकरी में जुट जाता लेकिन रोहित कुछ अलग ही मिट्टी के बने हुए हैं। उन्होंने तीसरा प्रयास किया एजुगोरिल्ला स्टार्टअप शुरू किया। लेकिन यहां भी सब कुछ ठीक नहीं था क्योंकि इस स्टार्टअप से जुड़े लोगों को सैलरी देने तक के पैसे रोहित के पास नहीं थे। फिर आगे क्या हुआ...आइए जानते हैं।

तीसरे स्टार्टअप से मिली सफलता

रोहित मांगलिक के पहले दोनों स्टार्टअप फेल हो गए लेकिन उन्होंने निराश होने के बावजूद तीसरा प्रयास किया। रोहित फर्रूखाबाद के अपने ड्राइंगरूम में बैठे थे औऱ वहीं पर तीसरे स्टार्टअप का आइडिया आया। तब उन्होंने लैपटॉप लेकर 5 लोगों के साथ काम करना शुरू कर दिया। करीब 1 साल तक घर से काम करने के बाद वे साल 2017 में लखनऊ आ गए। तब वेबसाइट बनाई और 6 लोगों की टीम के साथ काम शुरू कर दिया। उसी दौरान उनकी मुलाकात को फाउंडर शाश्वत से हुई।

कैसे शुरू हुई एजुगोरिल्ला की सफलता

रोहित को यह बात खटकती थी कि क्या वे जो मैटेरियल वेबसाइट पर दे रहे हैं, उसका फायदा बच्चों को मिल रहा है। क्योंकि यह बात सामने आई थी कि बच्चों को कोचिंग में एडमिशन नहीं मिल रहा। इसके बाद उन्होंने तय किया कि एजुगोरिल्ला के माध्यम से वे खुद ही बच्चों को पढ़ाना शुरू करेंगे। तब टेस्ट सीरीज बनाई गई और 4 साल में 1600 परीक्षाओं का मैटेरियल तैयार किया गया। कोई भी इससे वंचित न रह जाए, इसलिए उन्होंने ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन मैटेरियल देने का फैसला किया। अब तक एजुगोरिल्ला की तरफ प्रतियोगी परीक्षाओं की करीब 900 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।

कोविड महामारी साबित हुई वरदान

रोहित बताते हैं कि कोरोना की महामारी उनके बिजनेस के लिए एक तरह से वरदान साबित हो गई। खूब लोकप्रियता मिली जिससे हमने पोस्ट कोविड छोटे शहरों में भी कोचिंग सेंटर शुरू कर दिए। होता क्या है कि स्माल सिटीज के लोग कोचिंग के साथ अपनी वेबसाइट यहा फिर एप नहीं ला पाते हैं। लाइव क्लासेज, टेस्ट सीरीज अफोर्ड नहीं करा पाते तो हम उन्हें मैटेरियल उपलब्ध कराएंगे। इस वक्त एजुगोरिल्ला के एप से 7 राज्यों में करीब 9000 कोचिंग सेंटर पढ़ाई कराते हैं। रोहित का कहना है कि वे जल्द ही 9 राज्यों में इसका विस्तार करेंगे।

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