एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज फास्ट-फैशन बाजार में कई प्रयोग कर रही है। टाटा ग्रुप पहले से ही इस बाजार में अपनी जगह बना चुका है और रिलायंस के लिए एक बड़ी चुनौती है। टाटा ग्रुप का रिटेल ब्रांड ट्रेंट लिमिटेड ने कोविड के दौरान जबरदस्त सफलता हासिल की है। कोविड से पहले की तुलना में इसकी बिक्री तीन गुना और मुनाफा 12 गुना बढ़ गया है। ये आंकड़े बताते हैं कि अंबानी के लिए टाटा को नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।
टाटा के फास्ट-फैशन ब्रांड 'सुडियो' ने मिडिल क्लास के लिए किफायती फैशन लाकर एक नया इतिहास रचा है। इस ब्रांड ने युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। इस सफलता ने अंबानी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने रिटेल बिजनेस में 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है। अंबानी का लक्ष्य इस यूनिट को सफलतापूर्वक आईपीओ लाना है। इसके लिए उन्हें फास्ट-फैशन बाजार में अपना दबदबा बनाना होगा।
इसके लिए अंबानी ने चीनी ई-कॉमर्स कंपनी शीन को भारत वापस लाया है। 2020 में भारत-चीन सीमा विवाद के बाद शीन को भारत में बैन कर दिया गया था। अब अंबानी के साथ साझेदारी करके शीन ने भारत में वापसी की है। शीन खुद आईपीओ लाने की तैयारी में है, इसलिए अंबानी के साथ यह साझेदारी उसके लिए भी महत्वपूर्ण है।
सुडियो को टक्कर देने के लिए अंबानी ने 'यूस्ट' नाम से एक स्टोर शुरू किया था। इस स्टोर में सभी चीजें 999 रुपये से कम कीमत पर मिलती थीं। हालांकि, यह प्रयोग ज्यादा सफल नहीं रहा। जून तिमाही में रिलायंस रिटेल की सालाना बिक्री में केवल 8% की वृद्धि हुई है।