Nita-Mukesh Ambani: मुकेश और नीता अंबानी की लव स्टोरी बेहद दिलचस्प है। 40 साल पहले मुकेश ने नीता के लिए मुंबई की एक खटारा बस में सफर किया था। मुकेश की यही सादगी उन्हें नीता के करीब लाई।
Mukesh-Nita Ambani Love Story: मुकेश-नीता अंबानी ने हाल ही में अपनी शादी की 40वीं सालगिरह मनाई। दोनों 8 मार्च, 1985 को शादी के बंधन में बंधे थे। कपल की शादी लव कम अरेंज मैरिज थी। हालांकि, शुरुआत में नीता मुकेश अंबानी के साथ बिल्कुल भी कम्फर्टेबल महसूस नहीं करती थीं। लेकिन 4 दशक पहले मुंबई में एक बस के सफर ने दोनों को करीब लाने का काम किया। आखिर क्या है वो कहानी, जानते हैं।
मुंबई के बिरला मातोश्री में नीता को कल्चरल प्रोग्राम में परफॉर्म करते हुए देख धीरुभाई और उनकी पत्नी कोकिलाबेन पहले ही उन्हें अपनी बड़ी बहू के रूप में पसंद कर चुके थे। हालांकि, अभी तक उनके बेटे मुकेश ने न तो नीता को पसंद किया था और ना ही नीता ने मुकेश को। दोनों को करीब लाने या यूं कहें कि मैचमेकर की भूमिका में नीता के पिता ने अहम भूमिका निभाई।
शादी से कुछ महीनों पहले नीता और मुकेश एक दिन कार से मुंबई के पेडर रोड पर निकले। शाम 7 बजे के बाद रोड़ पर काफी ट्रैफिक लग गया, जिससे मुकेश को अपनी कार सिग्नल पर रोकनी पड़ी। इसी दौरान मुकेश अंबानी ने नीता को प्रपोज करते हुए फिल्मी अंदाज में पूछा- क्या तुम मुझसे शादी करोगी? ये सुन नीता शरमा गईं और चेहरा झुकाते हुए उनसे गाड़ी बढ़ाने को कहा। तब तक सिग्नल भी ग्रीन हो चुका था और पीछे से लगातार गाड़ियों के हॉर्न बजने लगे। मुकेश ने कहा- जब तक मुझे जवाब नहीं मिलेगा, गाड़ी आगे नहीं बढ़ेगी। तब नीता ने कहा-यस, आई विल..आई विल।
इसके बाद नीता ने कुछ दूर चलने के बाद फौरन मुकेश को कार रोकने के लिए कहा। इसके बाद नीता ने उनसे कहा- आप इतने अमीर हैं और मैं एक साधारण फैमिली से हूं। अगर आप वाकई मुझे चाहते हैं तो मेरे साथ BEST की उस खटारा बस में सफर करना पड़ेगा। ये सुन मुकेश अंबानी ने हां कहते हुए कार वहीं छोड़ी और नीता के साथ बस में चल दिए। इसके बाद दोनों बस से जुहू बीच पहुंचे। यही वो वक्त था, जब नीता रियल में मुकेश से इम्प्रेस हुई थीं। मुकेश की सादगी देख नीता अंबानी के दिल में उनके लिए प्यार और सम्मान बढ़ गया।
मुकेश अंबानी ने इसके अगले ही दिन पिता धीरुभाई से बात की और कहा- वो नीता से शादी करना चाहते हैं। धीरूभाई और कोकिलाबेन तो पहले ही नीता को बहू के रूप में स्वीकार कर चुके थे। इसलिए उन्होंने बिना देर किए सीधे नीता के पिता से रिश्ते की बात की। दूसरी ओर से भी जवाब हां में ही था। फिर 8 मार्च, 1985 को नीता और मुकेश अंबानी हमेशा-हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए।