Investors Success Story: 1992 में जन्मे हर्ष गोयला, कॉलेज छोड़ शेयर बाजार में छा गए। पिता से मिली प्रेरणा और अनुभव से उन्होंने करोड़ों कमाए। जानते हैं उनकी सफलता की कहानी।
Stock Investors Success Story: 1992 में पैदा हुए हर्ष गोयला का नाम शेयर मार्केट के बड़े इन्वेस्टर्स में गिना जाता है। हर्ष ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद पूरी तरह से शेयर बाजार में करियर बनाने के लिए कॉलेज में एडमिशन ही नहीं लिया। उन्होंने ग्रैजुएशन-पोस्ट ग्रैजुएशन ओपन स्कूल से पास किए। लेकिन शेयर बाजार की बदौलत अब उनकी नेटवर्थ करोड़ो में है। हर्ष गोयला का यूट्यूब चैनल भी है, जिसका नाम Goela School of Finance LLP है। इसमें वो स्टॉक मार्केट के बारे में सिखाते हैं। हर्ष ने सबकुछ किताबें पढ़कर नहीं, बल्कि अपनी जिंदगी के अनुभवों से सीखा। हर्ष अब बड़े-बड़े कॉलेजों में लोगों को शेयर मार्केट के बारे में बताते हैं। जानते हैं उनकी सफलता की पूरी कहानी।
हर्ष गोयला बताते हैं कि उनके पिता को 1982 से शेयर मार्केट में इंटरेस्ट जगा। इसके बाद तो उन्होंने शेयर बाजार को ऐसा पकड़ा की वो खून में मिल मानों उनकी नसों में दौड़ने लगा। बाद में वही खून हर्ष गोयला की रगों में दौड़ने लगा। हर्ष के मुताबिक, उनके पिता बचपन से ही शेयर मार्केट की भाषा में बात करते। वो अक्सर मुझसे कहते- KitKat तुम्हारी फेवरेट चॉकलेट है ना! जानते हो उसकी कंपनी कौन-सी है? Nestle. इसके बाद पापा अखबार खोलकर मुझे उसकी शेयर प्राइस बताते थे।
हर्ष के मुताबिक, घर में बिजनेस न्यूज चैनल तो पूरे समय टीवी पर चलता रहता था। स्कूल की छुट्टियों में पापा मुझे घुमाने स्टॉक ब्रोकर के ऑफिस ले जाते थे, जहां लाइन से कम्प्यूटर्स लगे हुए हैं। सबमें लाल-हरी फ्लैश लाइट दिख रही होती थीं। ऐसा लगता था मानो कोई वीडियो गेम चल रहा हो। ये देखते-देखते स्टॉक मार्केट से मेरा ऐसा रिश्ता जुड़ गया कि 13 साल की उम्र में मैंने फैसला किया कि मुझे दुनिया के टॉप-50 शेयर इन्वेस्टर्स में अपना नाम दर्ज कराना है।
2010 में मैंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी कर ली थी। इसके बाद डिसाइड किया कि अब कॉलेज नहीं जाऊंगा। चूंकि मुझे करियर ही स्टॉक मार्केट में बनाना था, तो लगा ही नहीं कि कॉलेज की पढ़ाई से कुछ हेल्प होगी। इसके बाद मैंने ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन दोनों ओपन स्कूल से किए। स्टॉक मार्केट मैं सिर्फ किताबें पढ़कर नहीं बल्कि रियलिटी में सीख रहा हूं। जिन कॉलेज में मैंने कभी एडमिशन मिलने की सोची भी नहीं थी, अब मैं वहां जाकर स्टॉक मार्केट के बारे में लोगों को पढ़ाता हूं।
हर्ष गोयला के मुताबिक, मैंने अपने पापा से 25000 रुपए उधार लिए। इसके अलावा दोस्तों से भी कुछ पैसे मांगकर शेयर मार्केट में लगाए, लेकिन सब डूब गए। 2012 से 2015 के बीच मेरा फेवरेट स्टॉक TATA MOTORS था। मैं इस शेयर को लेकर काफी आशावादी था कि ये लॉन्गटर्म में बहुत अच्छा रिटर्न देगा। लेकिन मैंने अपना दिमाग लगाया और सोचा मैं इसे बॉटम में खरीदूंगा, टॉप पर बेचूंगा। इसके बाद फिर इसी तरह करके पैसा बनाऊंगा। मैंने किया भी ऐसा ही। इस तरह तीन साल में मैंने इस शेयर से 16.5% का रिटर्न कमाया। लेकिन अगर मैंने अपना दिमाग न लगाके उस स्टॉक को होल्ड करता तो मैं उससे 39% रिटर्न कमाता।
हर्ष गोयला के मुताबिक, 2001 में मेरे पापा के पास आयशर मोटर्स के 40 हजार शेयर थे। उस वक्त हर तरफ महामंदी की बातें चल रही थीं। मेरे पापा ने सोचा नुकसान हो जाएगा, इसलिए उन्होंने 18 रुपए प्रॉफिट के हिसाब से Eicher Motors के सभी 40,000 शेयर बेच दिए। तब उन्हें 7.20 लाख रुपए का प्रॉफिट हुआ। अब इस शेयर की प्राइस 5125 रुपए है। अगर मेरे पापा ने वो स्टॉक अभी होल्ड किए होते तो डिविडेंड, स्प्लिट सब मिलाकर आज इसकी वैल्यू 136 करोड़ से भी ज्यादा होती।
हर्ष गोयला कहते हैं- शेयर बाजार में हर गिरावट एक छिपी हुई बिक्री होती है। अनुभवी लॉन्गटर्म निवेशक गिरावट को अच्छी क्वालिटी वाले शेयर खरीदने का सुनहरा अवसर मानते हैं। गिरावट के दौरान जरूरी नहीं कि आप किसी शेयर को उसके लो लेवल पर ही खरीद पाओ, लेकिन अगर थोड़ा ऊपर भी खरीदा जाए, तो कंपाउंडिंग की ताकत लंबे समय में काम करेगी। बाजार में गिरावट नए निवेशकों के लिए शेयर मार्केट में अपना सफर शुरू करने का सबसे अच्छा मौका होता है।