मुंबई की रहने वाली एक गृहिणी ने शेयर बाजार में अपनी किस्मत आजमाई और आज वह हर महीने 1.5 लाख रुपए से ज्यादा कमा रही हैं। उन्होंने घर पर रहकर शेयर ट्रेडिंग सीखी और छोटी शुरुआत करके बड़ा मुनाफा कमाया।
बिजनेस डेस्क। 2008 की महामंदी में अच्छे-अच्छे इन्वेस्टर्स की संपत्ति डूब गई। इसमें विदेशी निवेशकों से लेकर भारत के भी कई लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि, इस मंदी ने कई लोगों को सबक भी दिया। मुंबई की रहने वाली एक हाउसवाइफ ने एक बार मजाक में ही कुछ शेयर खरीदे। पहली ही बार में खरीदे गए शेयरों को बेचकर उन्होंने 2000 रुपए का मुनाफा कमाया। इसके बाद उन्होंने रेगुलर स्टॉक ट्रेडिंग शुरू की और अब उनकी शेयर बाजार से रेगुलर इनकम 1.5 लाख रुपए महीना है।
घर में रहने के दौरान सीखी शेयर ट्रेडिंग
मुंबई की रहने वाली दो बच्चों की मां मुक्ता धामनकर न्यूट्रिशनिस्ट होने के साथ ही यूनीसेफ में रिसर्च असिस्टेंट भी रह चुकी हैं। वहीं, उनके पति नेवी में ऑफिसर हैं। शादी के शुरुआती दिनों में मुक्ता ने पति के साथ दुनिया की अलग-अलग जगहों को एक्सप्लोर किया। हालांकि, मां बनने के बाद उनकी जिंदगी में थोड़ा ठहराव आया। घर में रहने के दौरान मुक्ता ने स्टॉक ट्रेडिंग का काम शुरू किया। मुक्ता ने सोचा ये काम ठीक है, जिसमें घर में रहते हुए अपने बच्चों की देखभाल के साथ ही पैसा भी कमाया जा सकता है।
दिन में ट्रेडिंग, रात में शेयर मार्केट पर रिसर्च
हालांकि, शेयर बाजार की नब्ज को पकड़ना इतना आसान भी नहीं था। मुक्ता धामनकर के मुताबिक, मेरे पापा कभी-कभी ब्लूचिप शेयरों में निवेश करते थे, लेकिन शेयर मार्केट में पूरी तरह एक कुशल ट्रेडर बनना बिल्कुल एक नया एक्सपीरियंस था। जब मेरे बच्चे स्कूल जाते, तो मैं उन 5-6 घंटों का इस्तेमाल शेयर ट्रेडिंग में करने लगी। इतना ही नहीं, रात को बच्चों के सोने के बाद कुछ घंटे शेयरों की रिसर्च में लगाने लगी। इसके अलावा मैंने ग्लोबल और इंडियन इकोनॉमिक अफेयर्स के अलावा कार्पोरेट न्यूज को खंगालना शुरू किया। इसके लिए मुझे कम से कम 40 मिनट से एक घंटे का वक्त लगता था।
शुरुआत में कमाई के लिए सेट किए छोटे टारगेट
मुक्ता धामनकर के मुताबिक, शेयर ट्रेडिंग को सीखने के दौरान मेरे घरवालों खासकर पति और ससुरालवालों ने बहुत साथ दिया। इस तरह शेयर बाजार की एक-एक बारीकी सीखने के लिए मुझे करीब 2 साल का समय लगा। शुरुआत में मैंने अपने लिए छोटे-छोटे टारगेट सेट किए, क्योंकि शेयर बाजार एक तरह से मेरे और परिवार के लिए बिल्कुल नया ही था। ऐसे में मैं कोई बड़ा रिस्क नहीं ले सकती थी।
थोड़ा-थोड़ा पैसा कई शेयरों में लगाया
शेयर मार्केट से रेगुलर इनकम कमाना भी कोई आसान काम नहीं था। क्योंकि शुरुआत में इसमें आपको कभी मुनाफा तो कभी घाटा भी होता है। ऐसे में मैंने निवेश के लिए बड़ी रकम की जगह थोड़ा-थोड़ा पैसा अलग-अलग शेयरों में इन्वेस्ट किया। मैंने एक लक्ष्य बनाया कि रोजाना अगर मुझे 2000 से 3000 रुपए मिले तो काफी होगा। अगर मैं किसी दिन 5000 रुपए तक कमा लेती थी तो उसके बाद उस दिन ट्रेडिंग फौरन बंद कर देती थी।
अब अपनी पूंजी से कमाती हैं एक अच्छा मुनाफा
मुक्ता धामनकर का कहना है कि अब वो अपनी पूंजी पर एक अच्छा मुनाफा कमा लेती हैं। एवरेज वो हर महीने शेयर बाजार से 1.5 लाख रुपए बड़े आराम से कमा लेती हैं। कई बार इससे ज्यादा इनकम भी हो जाती है। मुक्ता के मुताबिक, शेयर बाजार में एंट्री के लिए जुनून के साथ ही डिसिप्लिन का होना भी बहुत जरूरी है। इसके अलावा अगर कभी आपको नुकसान हो भी जाता है तो उसकी वजह से आपकी रातों की नींद हराम नहीं होनी चाहिए।
शेयर ट्रेडिंग के अलावा अब यहां से भी बनाती हैं पैसा
मुक्ता धामनकर अब शेयर ट्रेडिंग के अलावा म्यूचुअल फंड, सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लानिंग (SIP), सरकारी बॉन्ड, प्रॉपर्टी, गोल्ड ट्रेडिंग और नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) जैसी सरकारी स्कीम के जरिये अपने पैसे को बढ़ाने में लगी हैं। वो शेयर के साथ ही सेक्टर की मजबूती को ध्यान में रखकर ही इन्वेस्टमेंट के लिए स्टॉक का चयन करती हैं। मुक्ता के मुताबिक, हर सेक्टर में एक आउटपरफॉर्मर और एक अंडर-परफॉर्मर होगा। जब इंडेक्स बढ़ रहा हो तो एक आउटपरफॉर्मर ऊपर उठेगा और जब इंडेक्स गिर रहा हो तो एक अंडरपरफॉर्मर अच्छा परफॉर्म करेगा। ऐसे में आपको सही मौके पर सही शेयर में बने रहना होगा।
5 साल पहले अपनी कमाई से परिवार को कराई विदेश यात्रा
मुक्ता धामनकर ने 2019 में शेयर बाजार से होने वाली अपनी कमाई से पूरे परिवार को दक्षिण अफ्रीका ले गईं। उनका कहना है कि अब मेरे बच्चे भी शेयर बाजार की बारीकियां सीखने के लिए काफी उत्साहित हैं। जब भी ट्रेडिंग करती हूं तो कई बार वो मेरे पास बैठकर देखते हैं। मैं भी चाहती हूं कि वो कैंडलस्टिक्स, मूविंग एवरेज, पॉइंट और फिगर चार्ट के बारे में जानें।
ये भी देखें :
सुकन्या समृद्धि योजना: 1000 रुपए महीने जमा करने पर 18 साल में कितना मिलेगा?