चालू वित्त वर्ष में नई कंपनियों और LLP की संख्या में 5% की वृद्धि हुई है, जो भारतीय व्यापार में तेजी का संकेत है। विदेशी कंपनियों के रजिस्ट्रेशन में भी बढ़ोतरी देखी गई है, जो विदेशी निवेश में वृद्धि का संकेत देता है।
बिजनेस डेस्क. देश में नई कंपनियों और LLP यानी लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप की संख्या में इजाफा हुआ है। इस वित्तीय वर्ष में 5% बढ़कर 91,578 हो गई है। बीते साल यह इसकी संख्या 87,379 थी। इसकी जानकारी कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने दी है। एक अधिकारी ने बताया कि यह ग्रोथ से भारतीय बिजनेस में तेजी को दर्शाती है। बीत साल यह ग्रोथ 15% थी। अब इससे रोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
विदेशी कंपनियों का बढ़ रहा इन्वेस्ट
कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल भारत में 5,164 विदेशी कंपनियां रजिस्टर्ड हुई हैं। ऐसे में देश में विदेशी निवेश तेजी से बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इस वित्त वर्ष में अब तक 10.17 लाख DIR-3 केवाईसी फॉर्म जमा हुए है। बीते साल ये संख्या 7.98 लाख थी।
MSME सेक्टर में बढ़ोतरी का अनुमान
फिलहाल हर कंपनी के डायरेक्टर को वित्त वर्ष के आखिर में या पहले डायरेक्टर आइडेंटिफिकेशन नंबर (DIN) दिए जाते हैं। DIN नंबर अप्रूव होने के बाद केवाईसी फॉर्म जमा करना होता है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि बजट 2024-25 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम (MSME) के लिए नई स्कीमों की घोषणा हुई है। ऐसे में नई कंपनियों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
50 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी
इस बार के बजट में MSME को मशीनरी और नए गैजेट्स खरीदने के लिए बिना गारंटी का टर्म लोन मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार ने ऐलान किया है। केंद्र सरकार ने 50 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य तय किया है।
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