
India US Trade Deal 2025: भारत-अमेरिका (India-US) के बीच अंतरिम ट्रेड डील (Interim Trade Deal) को लेकर बातचीत अपने अंतिम दौर में पहुंच गई है। हालांकि, डेडलाइन के भीतर डील फाइनल होता नहीं दिख रहा। इसी बीच केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि भारत किसी भी ट्रेड डील पर डेडलाइन के दबाव में समझौता नहीं करेगा। हमारा हमेशा से यह सिद्धांत रहा है कि कोई भी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) तभी होगा जब दोनों पक्षों को लाभ हो और राष्ट्रीय हित पूरी तरह सुरक्षित रहे।
भारत जहां अपने लेबर-इंटेंसिव उत्पादों के लिए अमेरिकी बाजार में ज्यादा पहुंच चाहता है, वहीं अमेरिका भारतीय बाजार में अपने कृषि उत्पादों (Agricultural Products) पर कम ड्यूटी चाहता है। अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए बदले के टैरिफ (Reciprocal Tariffs) का निलंबन 9 जुलाई को खत्म होने वाला है, ऐसे में दोनों देश इस तारीख से पहले डील को अंतिम रूप देना चाहते हैं।
दिल्ली में Toy Biz B2B एक्सपो के मौके पर मीडिया से बात करते हुए गोयल ने कहा कि समझौता तभी होगा जब भारत के हितों की रक्षा होगी। नेशनल इंटरेस्ट हमेशा सर्वोपरि रहेगा। हम विकसित देशों के साथ तभी समझौते के लिए तैयार होते हैं जब समझौता सभी के लिए फायदेमंद हो। यूरोपीय यूनियन, न्यूजीलैंड, ओमान, अमेरिका, चिली और पेरू सहित कई देशों के साथ समझौतों पर बातचीत चल रही है। लेकिन भारत किसी भी डील को समयसीमा के आधार पर फाइनल नहीं करता।
अमेरिका-भारत बिजनेस काउंसिल (USIBC) के अध्यक्ष अतुल केशप (Atul Keshap) ने कहा कि खेती-बाड़ी हमारे देशों में सिर्फ आर्थिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी बेहद अहम है। यही वजह है कि ट्रेड डील में कृषि से जुड़ी बातें सबसे संवेदनशील होती हैं।
दरअसल, भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर 26 से 29 मार्च तक नई दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में वाणिज्य मंत्रालय और अमेरिका के समकक्ष अधिकारी भाग लिए थे। इसके बाद मंत्रालय ने बताया था कि दोनों देशों ने कई बिंदुओं पर सहमति जतायी। इसके पहले डील पर सहमति बनाने के लिए भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 4-6 मार्च 2025 को वाशिंगटन की यात्रा पर थे। वहां तीन दिनों तक प्रवास के दौरान उन्होंने डील के विभिन्न बिंदुओं पर अमेरिका से सहमति बनायी। यात्रा के दौरान उन्होंने यूएस ट्रेड प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीयर (Jamieson Greer) और कामर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक (Howard Lutnick) से मुलाकात की थी। इसके बाद हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और लगातार वार्ताओं ने इस समझौते को मजबूत करने का दावा किया था।