पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त का पैसा किसानों के खाते में भेज दिया गया है। पीएम मोदी ने 28 फरवरी को महाराष्ट्र के यवतमाल से इस योजना की 16वीं किस्त का पैसा किसानों के खाते में ट्रांसफर किया।
PM Kisan Yojana 16th Installment update: लंबे समय से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए अच्छी खबर है। किसानों के अकाउंट में 16वीं किस्त का पैसा जमा किया जा चुका है। 28 फरवरी को महाराष्ट्र के यवतमाल से PM मोदी ने देशभर के करोड़ों किसानों के खातें में 16वीं किस्त का पैसा डायरेक्ट बेनिफिट के जरिए भेजा।
9 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में ट्रांसफर किए 21 करोड़
रिपोर्ट्स के मुताबिक, PM मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र के यवतमाल में कार्यक्रम के दौरान एक क्लिक के जरिए करोड़ों किसानों के खाते में 16वीं किस्त का पैसा ट्रांसफर किया। इस दौरान करीब 9 करोड़ किसानों के खाते में 21 करोड़ रुपए जमा किए गए। अगर किसी किसान के खाते में पैसा जमा नहीं हुआ है तो उसे अपना ई-केवाईसी अपडेट करना जरूरी है।
किन किसानों का पैसा अटक सकता है?
- ऐसे किसान जिन्होंने अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में E-KYC और भूलेखों का वेरिफिकेशन नहीं करवाया है।
- ऐसे किसान, जिन्होंने आवेदन फॉर्म में कोई गलत जानकारी भरी है।
- इसके अलावा जिन किसान भाईयों का आधार नंबर अब तक उनके खातों से लिंक नहीं हो पाया है, उनकी किस्त भी अटक सकती है।
खाते में पैसा आया या नहीं, ऐसे करें चेक
- किसान सम्मान निधि का पैसा आपके खाते में आया या नहीं, ये चेक करने के लिए सबसे पहले PM Kisan की ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
- यहां राइट साइड में Farmers Corner दिखेगा। इसके अंदर Beneficiary Status पर क्लिक करें।
- अब एक नया पेज खुलेगा, जहां आधार नंबर, बैंक खाता नंबर और मोबाइल नंबर में से कोई एक ऑप्शन चुनें।
- इन तीनों में से कोई एक नंबर भरकर Get Data पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपको पीएम किसान सम्मान निधि का स्टेटस पता चल जाएगा।
- अगर यहां FTO is generated and Payment confirmation is pending लिखा आ रहा है, तो इसका मतलब आपका पैसा आने वाला है।
क्या है PM किसान सम्मान निधि योजना?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहतह केंद्र सरकार देशभर के करीब 9 करोड़ से ज्यादा किसानों को हर साल 6 हजार रुपए देती है। ये पैसा 2,000 रुपए की तीन किस्तों में आता है। मोदी सरकार ने इस योजना की शुरुआत फरवरी, 2019 में की थी।
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