RBI Repo Rate Cut : अब लोन नहीं देगा टेंशन, सस्ती होगी EMI

Published : Jun 06, 2025, 10:13 AM ISTUpdated : Jun 06, 2025, 10:32 AM IST
RBI

सार

RBI Monetary Policy Meeting : 6 जून 2025 को RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक के बाद ऐलान किया कि रेपो रेट में 0.50% की कटौती की गई है। इसके बाद नई रेपो रेट 5.50% हो गई है। इससे लोन की EMI में राहत मिल सकती है।

RBI Rate Cut : अगर आप होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपके लिए शानदार खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार, 6 जून को ब्याज दरों में 0.50% की कटौती का ऐलान कर दिया है। अब नई रेपो रेट 5.50% रह गई है, जो सीधे-सीधे आम आदमी की जेब पर पॉजिटिव असर डालेगी। RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग 4 जून से चल रही थी, और आज 6 जून की सुबह 10 बजे RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इस मीटिंग के बड़े फैसलों की जानकारी दी। इसमें सबसे अहम फैसला रहा, ब्याज दरों में कटौती। ब्याज दरों में कटौती का मतलब है कि बैंकों को अब RBI से सस्ते रेट पर लोन मिलेगा, और इसका सीधा फायदा बैंक अपने ग्राहकों को ट्रांसफर कर सकते हैं।

इस साल रेपो रेट कितना घटा

इस साल फरवरी 2025 में RBI ने ब्याज दरों को 6.5% से घटाकर 6.25% कर दिया था। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने ये कटौती करीब 5 साल बाद की। अप्रैल 2025 में भी ब्याज दर 0.25% कम की गई। इस तरह साल में दो बार में ब्याज दर 0.50% घटाया गया। अब एक बार फिर बार दर घटाई गई है। यानी तीन बार में ब्याज दर 1% तक कम हो चुका है।

RBI MPC Meeting: महंगाई अनुमान घटाया, GDP अनुमान पर

रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 26 के लिए महंगाई का अनुमान 4% से कम करके 3.7% कर दिया है। इसके साथ ही FY26 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% पर ही बरकरार रखा है। बता दें कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी में 6 मेंबर्स होते हैं। इनमें 3 रिजर्व बैंक और बाकी केंद्र सरकार से नियुक्त होते हैं। यह मीटिंग हर दो महीने में होती है।

रेपो रेट क्या होता है?

रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर RBI बैंकों को लोन देता है। जब RBI रेपो रेट घटाता है, तो बैंकों के लिए पैसा सस्ता हो जाता है। इसका मतलब यह होता है कि बैंकों से लोन लेना भी सस्ता हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर लोन देने लगेंगे।

क्या मतलब है आपकी EMI के लिए?

जब लोन पर ब्याज दर कम होगी, तो आपकी EMI भी कम हो जाएगी। इसका मतलब है कि आप महीने के खर्च में कमी पाएंगे। खासकर होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन और एजुकेशन लोन लेने वाले लोगों के लिए यह राहत की खबर है। इस समय अगर आपने कोई लोन लेने का मन बनाया है, तो यह सही समय माना जा रहा है। बैंक इस नई रेपो रेट के अनुसार ब्याज दरें घटाने लगेंगे।

RBI रेपो रेट क्यों घटाता है?

RBI ने मौजूदा आर्थिक हालात को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। देश में महंगाई और आर्थिक धीमी गति को संतुलित करने के लिए मॉनेटरी पॉलिसी में बदलाव जरूरी था। ब्याज दर कम करने का उद्देश्य है कि बाजार में अधिक पैसा आए, जिससे कारोबार बढ़ें, निवेश बढ़े और आम लोगों की खरीद क्षमता बढ़े।

किस सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा

माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) भी इस फैसले से सबसे ज्यादा फायदे में रहेंगे। अक्सर छोटे और मध्यम कारोबारियों को बैंक से लोन लेने में ज्यादा ब्याज दर चुकानी पड़ती है। अब ब्याज दरों में कमी से उनके कर्ज का बोझ कम होगा और वे अपने बिजनेस को बढ़ा सकेंगे।

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