रेखा झुनझुनवाला को चंद मिनटों में हुआ ₹900 करोड़ का नुकसान, जानें क्या है इसकी बड़ी वजह

Published : Jul 08, 2025, 05:35 PM IST
रेखा झुनझुनवाला

सार

टाइटन के शेयरों में गिरावट से रेखा झुनझुनवाला को करोड़ों का नुकसान। कंपनी के Q1 नतीजों और बाजार के उतार-चढ़ाव ने उनकी संपत्ति घटा दी। जानिए पूरा मामला।

Titan Stock Crash News: भारत की सबसे अमीर महिलाओं में से एक, रेखा झुनझुनवाला को मंगलवार को कुछ ही मिनटों में भारी नुकसान हुआ। उनकी टाइटन कंपनी के शेयर 6% से ज़्यादा गिरने से उन्हें ये बड़ा झटका लगा। 61 साल की रेखा झुनझुनवाला ने टाटा समूह की टाइटन कंपनी में 5.15% का निवेश किया है, और यही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है।

शेयर गिरने से ₹900 करोड़ का नुकसान

सोमवार को कारोबार के दौरान टाइटन में उनका निवेश ₹15,989 करोड़ का था। लेकिन 8 जुलाई को टाइटन का शेयर 5.52% गिरकर ₹3,464.40 पर आ गया, जिससे कंपनी का बाज़ार मूल्य ₹3.07 लाख करोड़ रह गया। इस गिरावट से झुनझुनवाला के शेयरों का मूल्य ₹15,842 करोड़ हो गया, जो पहले से ₹923 करोड़ कम है। मंगलवार को टाइटन का शेयर 6.17% गिरकर ₹3,440 पर बंद हुआ। इस भारी गिरावट से कंपनी का बाज़ार पूंजीकरण ₹3.05 लाख करोड़ हो गया।

कुल संपत्ति में भी भारी गिरावट

फोर्ब्स के मुताबिक, मंगलवार को रेखा झुनझुनवाला की कुल संपत्ति में $111 मिलियन (लगभग ₹928 करोड़) की कमी आई। 8 जुलाई तक उनकी कुल संपत्ति $8.5 बिलियन (₹72,885 करोड़) थी। घड़ी और गहनों की कंपनी टाइटन, रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में सबसे ज़्यादा कीमती शेयर है, जो उन्हें अपने पति, मशहूर निवेशक राकेश झुनझुनवाला से मिला था। राकेश को भारत का "वॉरेन बफेट" कहा जाता है।

टाइटन के Q1 नतीजे

नियामक दस्तावेज़ों से पता चलता है कि 2025-26 के पहले तिमाही में टाइटन कंपनी के उपभोक्ता कारोबार में 20% की बढ़ोतरी हुई है। टाइटन ने बताया कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, गहनों के कारोबार में 18% की बढ़ोतरी हुई है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने टाइटन कंपनी के लिए ₹4,250 के लक्ष्य मूल्य के साथ 'खरीदें' की सलाह दी है। टाइटन के घरेलू गहनों के कारोबार में पिछले साल के मुकाबले 18% (सोने को छोड़कर) की बढ़ोतरी हुई, लेकिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव से ग्राहकों की खरीदारी कम हुई। इससे गहनों का कारोबार 22% की अनुमानित बढ़ोतरी तक नहीं पहुँच पाया।

MOFSL के अनुसार, “तनिष्क, मिया और ज़ोया (TMZ) ब्रांड के लिए घरेलू लाइक-फॉर-लाइक (LFL) की बढ़ोतरी हाल ही में कम दो अंकों में रही है। इसके पीछे सभी दुकानों में टिकट के आकार में बढ़ोतरी का बड़ा हाथ है।”

हाल ही में, टाइटन ने भारत में 19 नई शाखाएँ खोली हैं — जिनमें से तीन तनिष्क, सात मिया और नौ कैरेटलेन के लिए हैं। घरेलू घड़ी कारोबार में अच्छी एनालॉग बिक्री के कारण साल-दर-साल 23% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। चश्मे के कारोबार में 12% की बढ़ोतरी हुई।

कंपनी ने बताया कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने टाइटन के प्रमुख ब्रांड तनिष्क, मिया और ज़ोया की समान बिक्री पर बढ़ोतरी को काफी प्रभावित किया है। फिर भी, भारत के दूसरे सबसे बड़े घड़ी कारोबार वाली टाइटन ने कीमत और बिक्री में लगातार बढ़ोतरी के साथ 23% की बढ़ोतरी दर्ज की है।

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