जल्द ही फास्टैग बंद होने जा रहा है। अब टोल प्लाजा पर फास्टैग के जरिए टैक्स नहीं लिया जाएगा। सरकार अब टोल टैक्स कलेक्शन को सेटेलाइट सिस्टम से जोड़ने जा रही है।
नई दिल्ली। टोल प्लाजा पर लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए सरकार की ओर से फास्टैग सिस्टम की शुरुआत की गई थी। यह काफी कारगर भी साबित हो रहा था। हालांकि अब सरकार ने टोल कलेक्शन सिस्टम को और अपग्रेड करने के लिए इसे सैटेलाइट सिस्टम से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। ऐसे में अब टोल प्लाजा पर सेटेलाइट सिस्टम के जरिए टोल प्लाजा पर कलेक्शन हुआ करेगा। फास्टैग खत्म कर दिया जाएगा।
2016 में लाया गया था फास्टैग सिस्टम
टोल प्लाजा पर लंबा जाम लगने से परेशान लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने साल 2016 में फास्टैग सिस्टम लागू किया था। फास्टैग को 2021 में सभी वाहन चालकों के लिए अनिवार्य भी कर दिया गया था। अब इसे खत्म किया जा रहा है।
टोल टैक्स सिस्टम में होगा बदलाव
टोल टैक्स सिस्टम अब नया बदलाव कर सकती है। सरकार टोल प्लाजा हटाकर सेटेलाइट बेस्ट टोल कलेक्शन सिस्टम को लाने का प्लान कर रही है। सेटेलाइट टोल सिस्टम से लोगों को टोल प्लाजा पर रुकने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। एंट्री और एग्जिट पर गाड़ियों के नंबर प्लेट की फोटो खिंच जाया करेगी। चालकों को केवल उतने ही दूरी के पैसे देने होंगे जितने दूरी तक आपने हाईवे के जरिए पूरा किया है।
बैंक अकाउंट से कटेगा पैसा
सैटेलाइट टोल सिस्टम में टोल टैक्स का पैसा लोगों के बैंक अकाउंट से काटा जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में सेटेलाइट टोल सिस्टम शुरू किए जाने के प्लान को राज्यसभा में भी रखा था। एनएचएआई के एक अफसर ने बताया कि दिल्ली और गुरुग्राम में इसकी टेस्टिंग हो चुकी है। जल्द ही बेंगलुरु में ट्रायल शुरू किया जाएगा।
कैसे होगा सैटेलाइट सिस्टम?
ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम के लिए रजिस्टर्ड हर वाहन में ऑन-बोर्ड यूनिट (OBU) लगाया जाएगा। ये डिवाइस सैटेलाइट से लिंक होगी। OBU व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के जैसा होगा। इसे कुछ वाहनों के लिए अनिवार्य किया जाएगा। खासतौर से उन वाहनों के लिए जो खतरनाक रसायन लेकर यात्राएं करते हैं। इस OBU डिवाइस को वॉलेट से लिंक किया जाएगा जिससे टोल टैक्स कटा करेगा।