महाराष्ट्र के ठाणे में धोखेबाजों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक शख्स से करीब 2 करोड़ रुपए ठग लिए। ठगी का शिकार हुआ शख्स ठाणे जिले में कोचिंग क्लास चलाता है। जालसाजों ने उसे व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर फंसाया।
Share Trading Fraud: डिजिटल युग में ऑनलाइन फ्रॉड के केस भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। तमाम जन-जागरुकता अभियानों के बावजूद ठग नए-नए तरीके अपनाकर बड़ी आसानी से लोगों को चूना लगा देते हैं। एक ऐसा ही मामला महाराष्ट्र से सामने आया है, जहां धोखेबाजों ने एक शख्स से करीब 2 करोड़ रुपए की ठगी को अंजाम दिया है। जालसाजों ने इस शख्स को शेयर ट्रेडिंग का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया और रुपए ऐंठ लिए।
कोचिंग संचालक को लगाया 1.88 करोड़ रुपए का चूना
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ठगी का शिकार हुआ शख्स ठाणे जिले में कोचिंग क्लास चलाता है। जालसाजों ने उसे व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर फंसाया और बाद में शेयर ट्रेडिंग का लालच देकर उससे 1.88 करोड़ रुपए की रकम ऐंठ ली। पुलिस के मुताबिक, कोचिंग क्लास चलानेवाले ठाणे के इस शख्स को धोखेबाजों ने मार्च, 2024 में व्हाट्सएप ग्रुप स्टॉक वैनगार्ड (एफ) में जोड़ा। इस ग्रुप में करीब 170 मेंबर थे।
जालसाजों ने कैसे जीता पीड़ित का भरोसा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जालसाजों के इस ग्रुप में शेयर बाजार से जुड़ी तमाम तरह की टिप्स और जानकारियां आती रहती थीं। कुछ ही हफ्तों में कोचिंग संचालक को ये टिप्स भरोसेमंद लगने लगी। इसके बाद उसने इसी जानकारी और टिप्स के आधार पर कई शेयरों में थोड़ा-थोड़ा पैसा इन्वेस्ट किया। बाद में ठगों ने उसे एक और व्हॉट्सऐप ग्रुप स्टॉक-वैनगार्ड-वीआईपी में जोड़ दिया।
भरोसे में लेकर करवाया 1.88 करोड़ का इन्वेस्टमेंट
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि जालसाजों ने सेबी का फर्जी प्रमाणपत्र भी दिखाया, जिसके बाद उसका भरोसा और बढ़ गया। इसके बाद उससे तीन लोगों ने उनसे संपर्क किया और कहा कि वो सीनवेन/आईसी सर्विसेज नाम के ऐप के जरिये पैसा निवेश कर मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके बाद इन जालसाजों के कहने पर कोचिंग संचालक से 1.88 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश कर दिया।
पैसे वापस मांगने पर फोन उठाना ही कर दिया बंद
बाद में जब कोचिंग संचालक ने उन तीनों जालसाजों से अपना पैसा वापस मांगा तो उन्होंने जवाब देना और फोन उठाना ही बंद कर दिया। बाद में पीड़ित ने थक-हार कर विट्ठलवाड़ी पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जालसाजों के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि, इस केस में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।