250 रुपए मजदूरी,ईंट भट्टे में दिनभर काम..फिर कैसे पलटी 18 साल के लड़के की किस्मत

Published : Oct 04, 2024, 08:08 PM ISTUpdated : Oct 06, 2024, 12:43 PM IST
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सार

ओडिशा के रहने वाले 18 वर्षीय विवेक भद्र दास, जो कभी ईंट भट्टे पर मजदूरी करते थे, आज एक कामयाब शेयर ट्रेडर हैं। जानिए कैसे उन्होंने अपनी किस्मत खुद बदल डाली।

बिजनेस डेस्क। दिल में कुछ कर गुजरने का जुनून हो, तो किस्मत भी ऐसे लोगों का साथ देती है। ऐसा ही कुछ हुआ ओडिशा के रहने वाले एक 18 साल के लड़के के साथ, जो कभी ईंट भट्टे पर काम करके बमुश्किल 250 रुपए कमाता था। आज ये लड़का कामयाब शेयर ट्रेडर है। आखिर कैसे उसकी किस्मत में इतना बड़ा चेंज आया, जानते हैं।

बेहद गरीबी में गुजरा विवेक का बचपन

ओडिशा के रहने वाले विवेक भद्र दास की उम्र महज 18 साल है। विवेक का बचपन बेहद गरीबी में गुजरा और उसने कई सालों तक ईंट के भट्टे में काम करने के साथ ही पिता के साथ खेती-बाड़ी और मजदूरी की। विवेक के सिर से मां का साया भी उठ चुका था, ऐसे में मां-बाप दोनों का काम उनके पिता ही करते थे।

रोजाना 250 रुपए में किया ईंट भट्टे पर काम

बालेश्वर में एक दिन विवेक के पिता का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उनकी सारी जमा पूंजी खर्च हो गई। इस दौरान विवेक ने भी अपने पास जमा पैसों से पिता का इलाज कराया। हालांकि, इसके बाद विवेक को अपनी पढ़ाई बीच में ही रोकनी पड़ी और वो पूरी तरह से ईंट के भट्टे पर काम करने लगा। वहां रोजाना 250 रुपए मजदूरी मिलती थी।

विवेक के पैसों से ही चलता था घर का खर्च

पिता के एक्सीडेंट के बाद वो काम पर जाने लायक नहीं थे। ऐसे में मैं अकेला ही काम करता था और जो पैसा मिलता था, उसी से घर खर्च चलता था। एक दिन मेरे पिता ने कहा-बेटा तू अपनी पढ़ाई भी छोड़ चुका है, ऐसे में अब एक ही रास्ता है कि तुम शेयर बाजार में अपनी किस्मत आजमाकर देखो, शायद कुछ अच्छा हो जाए। वैसे भी जिंदगी एक ट्रेड ही है।

ऑनलाइन फ्री ऑप्शन मास्टर क्लास अटैंड की

इसके बाद मैंने यूट्यूब पर स्टॉक मार्केट के बारे में सर्च किया। कई वीडियो देखने के बाद मुझे अश्मिता पटेल मैडम का वीडियो दिखा। उन्होंने बेहद अच्छे ढंग से शेयर मार्केट के बारे में समझाया। इसके बाद मैंने मैडम को इंस्टाग्राम के अलावा हर जगह फॉलो कर लिया। शनिवार-रविवार को फ्री ऑप्शन मास्टर क्लास होती थी, जिसे मैंने भी अटैंड करना शुरू किया।

वीडियो देख नोट बनाना शुरू किया

इसके बाद मैंने अश्मिता पटेल मैडम के वीडियो देख उनसे नोट बनाना शुरू किया। मैंने उनका एक वीडियो देखा, जिसमें उन्होंने बताया कि मार्केट डेप्थ को कैसे समझना है। कैसे ऑर्डर डालते हैं, मैंने वो पूरा वीडियो देखा और नोट बना-बनाकर सीखता रहा। मैं नोट बनाता था तो मेरी छोटी बहन मोबाइल से वीडियो बना लेती थी। इसके बाद उस वीडियो को मैंने अपनी इंस्टा स्टोरी पर डाल दिया।

आपको मुंबई आना है, ये सुनकर मैं खुशी से उछल पड़ा

इसके बाद अश्मिता मैडम ने मेरे वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया और मुझसे कॉन्टैक्ट किया। मैं जहां काम करता था, वहीं मैडम का फोन आया। इसके बाद उन्होंने मुझसे कहा- आप घर आ सकते हैं क्या? मैंने कह दिया जी। फिर मैडम ने कहा कि आपको मुंबई आना पड़ेगा। ये सुनकर मैं बहुत खुश हो गया।

मैडम ने फ्लाइट से बुलाया मुंबई और बदल दी जिंदगी

इसके बाद मैं फ्लाइट से मुंबई पहुंचा और वहां से अश्मिता मैडम के ऑफिस। वहां सबने तालियां बजाकर मेरा स्वागत किया। अपने सामने मैडम को देखकर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इसके बाद उन्होंने मुझे एक बड़ा-सा लैपटॉप गिफ्ट किया, ताकि मैं बड़ी स्क्रीन पर शेयर मार्केट की बारीकियां सीख सकूं। आज की तारीख में विवेक एक कामयाब ट्रेडर बन चुके हैं।

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