
Share Market Prediction: हमास-इजराइल जंग के बीच बीता हफ्ता शेयर बाजार के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा। वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल के चलते न सिर्फ ग्लोबल बल्कि भारतीय शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट रही। ऐसे में हर किसी के मन में सवाल है कि आनेवाला हफ्ता बाजार के लिए कैसा रहेगा। जानते हैं, वो कौन-से फैक्टर्स होंगे जो बाजार की दशा और दिशा दोनों तय करेंगे।
1- इजराइल-हमास युद्ध
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर बाजार पर दिखेगा। फिलहाल कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे हैं। लेकिन अगर ये जंग लंबी खिंचती है तो क्रूड ऑयल में तेजी आ सकती है। फिलहाल क्रूड 95 डॉलर के आसपास है और युद्ध से इसकी कीमतों पर ज्यादा असर नहीं दिखा है। लेकिन आने वाले समय में इसका असर दिख सकता है।
2- FII फ्लो
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने पिछले हफ्ते जमकर बिकवाली की जिसके चलते शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई। FII ने पिछले हफ्ते 13,000 करोड़ रुपए की बिकवाली की। एफआईआई की बिकवाली की सबसे बड़ी वजह इजराइल-हमास युद्ध के चलते अनिश्चितता और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में ग्रोथ है। अगर इस हफ्ते भी एफआईआई की बिकवाली जारी रही तो बाजार पर नेगेटिव असर दिख सकता है।
3- बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे
इस हफ्ते कई बड़ी कंपिनयों के दूसरी तिमाही के नतीजे आने हैं। इनमें SBI, L&T, Tata मोटर्स, भारती एयरटेल, टाटा स्टील, सन फार्मा, हीरो मोटोकॉर्प, टाइटन, अडाणी एंटरप्राइजेस, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, यूपीएल, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, Gail, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, अंबुजा सीमेंट्स, TVS मोटर्स, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, DLF, अडाणी पावर, जिंदल स्टील एंड पावर, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, LIC हाउसिंग फाइनेंस, गोदरेज प्रॉपर्टीज, JSW इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी कंपनियां शामिल हैं। इनके नतीजे अच्छे रहे तो बाजार पर इसका पॉजिटिव असर दिख सकता है।
4- डॉमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा
सितंबर के लिए फिस्कल डेफिसिट और इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट डेटा 31 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे। वहीं, अक्टूबर के लिए S&P ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े 1 नवंबर को जारी किए जाएंगे। इसके अलावा फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व के आंकड़े भी जारी किए जाएंगे। इन सभी का असर भी शेयर मार्केट पर नजर आएगा।
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