
Taj Mahal Palace Hotel Facts: टाटा ग्रुप होटल बिजनेस में काफी आगे है। ग्रुप की होटल चेन इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) देश और विदेशों में बने सभी होटलों का मैनेजमेंट देखती है। हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से खबर आई कि कंपनी का न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के पास स्थित पियरे होटल 2 अरब डॉलर में बिकने जा रहा है। हालांकि, बाद में टाटा ग्रुप की कंपनी आईएचसीएल ने इस दावे को खारिज करते हुए साफ कहा कि ये होटल उनके पास सिर्फ लीज पर है और इसका मालिकाना हक उनके पास नहीं है। बता दें कि मुंबई स्थित टाटा ग्रुप के होटल ताल का भी बहुत पुराना इतिहास रहा है। ये होटल अपने आर्किटेक्चरल और कल्चरल खूबियों के चलते पूरी दुनिया में मशहूर है। जानते हैं ताज होटल के 10 रोचक फैक्ट।
ताज महल पैलेस होटल 16 दिसंबर 1903 को खुला था, जो इसे मुंबई के मशहूर गेटवे ऑफ इंडिया से लगभग दो दशक पुराना बनाता है। गेटवे ऑफ इंडिया 4 दिसंबर, 1924 को खुला था।
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यह मुंबई की पहली इमारत थी, जो बिजली से रोशन थी। इसके अलावा इस होटल में जर्मन लिफ्ट, टर्किश बाथ और अमेरिकी पंखे लगे थे। ये वो लग्जरी थी, जो उस दौर में बेहद कम ही जगहों पर मिलती थी।
ताज पैलेस होटल ने भारत का पहला 24 घंटे खुला रहने वाला कॉफी शॉप (1972 में), पहला ऑथेंटिक सिचुआन रेस्टोरेंट, पहला इंटरनेशनल डिस्कोथेक 'ब्लो अप' और शहर का पहला लाइसेंस प्राप्त 'हार्बर बार' खोला।
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान यानी 1914 से 1918 के बीच ताज पैलेस होटल को घायल सैनिकों के लिए 600 बिस्तरों वाले अस्पताल में बदल दिया गया था।
ताज होटल का आर्किटेक्चरल स्टाइल इंडो-सारासेनिक है, जिसमें हिंदू और इस्लामिक एलिमेंट्स का मिश्रण। ये गेटवे ऑफ इंडिया के लिए चुनी गई शैली से मेल खाता है।
2017 में ताज महल पैलेस होटल पेरिस के एफिल टॉवर और न्यूयॉर्क के एम्पायर स्टेट बिल्डिंग जैसे मशहूर भवनों की श्रेणी में शामिल हुआ। होटल ताज की बिल्डिंग अपने आर्किटेक्चरल डिजाइन के लिए ऑफिशियल इमेज ट्रेडमार्क पाने वाली भारत की पहली इमारत बन गई।
1903 में ताज महल पैलेस के कमरों का शुरुआती किराया ₹10 था। वहीं, अटैच बाथरूम और पंखे वाले कमरों के लिए ₹13 लिए जाते थे। 20वीं सदी के शुरुआती दौर के लिए ये काफी महंगा और लग्जरी रेट था।
ताज महल पैलेस के उद्घाटन के समय होटल का अपना पावर प्लांट और रेफ्रिजरेशन सिस्टम था। इसमें इलेक्ट्रिक लाइट्स, लॉन्ड्री सर्विस, पोस्ट ऑफिस और मेडिकल शॉप जैसी मॉर्डर्न सुविधाएं शामिल थीं।
कई दिग्गज हस्तियां, जिनमें प्रिंस ऑफ वेल्स, मुहम्मद अली जिन्ना, सरोजिनी नायडू, जैकलीन कैनेडी ओनासिस, द बीटल्स और मिक जैगर पिछले कई सालों के दौरान इस होटल में ठहरे हैं।
भारत की आजादी के इतिहास में ताज होटल की उल्लेखनीय भूमिका रही है। लॉर्ड लुईस माउंटबेटन ने इसी होटल की सीढ़ियों से भारत को अंतिम विदाई दी थी। इतना ही नहीं, स्वतंत्रता आंदोलन की कई बैठकें इसी होटल में हुई थीं।
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