क्या मंदी की ओर बढ़ रहा अमेरिका? इसी ओर इशारा कर रहे सभी इंडिकेटर

अमेरिका की अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है। यहां बेरोजगारी दर बढ़कर 4.3% हो गई है। फेडरल रिजर्व बैंक कर्ज लेने की लागत को 5.25%-5.50% पर बनाए रखा है।

वाशिंगटन। क्या दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका मंदी (US economy recession) की ओर बढ़ रही है? या यह मुश्किल समय से गुजर रही है? US के आर्थिक इंडिकेटर को देखकर कई विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा सकती है।

अमेरिका में बेरोजगारी दर बढ़कर 4.3% हो गई है। इससे लेबर मार्केट के कमजोर होने और अर्थव्यवस्था के मंदी की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। पिछले एक साल से अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक ने कर्ज लेने की लागत को 23 साल के उच्चतम स्तर 5.25%-5.50% पर बनाए रखा है। विश्लेषकों को चिंता है कि लंबे समय तक ऐसी सख्त मौद्रिक नीति चली तो अर्थव्यवस्था को मंदी की ओर धकेल सकती है।

Latest Videos

Sahm Rule Recession Indicator ने 0.50 सीमा को पार कर लिया है। इसने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी के शुरुआती चरणों का संकेत दिया है। वहीं, ब्लूमबर्ग रेटिंग्स के साइमन व्हाइट ने कहा कि बाजार शायद समय से पहले ही मंदी की आशंका जता रहा है। इसके अगले साल से पहले आने की संभावना कम ही है।

क्या है मंदी?

मंदी अर्थव्यवस्था में आर्थिक गतिविधि में गिरावट को कहते हैं। इससे जीडीपी, लोगों की आमदनी, रोजगार, औद्योगिक उत्पादन और थोक-खुदरा बिक्री में कमी आती है। अगर लगातार दो तिमाही तक किसी देश का आर्थिक विकास बढ़ने की जगह घटे तो माना जाता है कि वह मंदी की चपेट में है।

मंदी उपभोक्ता और व्यावसायिक खर्च में कमी, अधिक बेरोजगारी और वित्तीय संकट जैसे कई वजहों से चलते हो सकती है। मंदी के दौरान व्यवसाय उत्पादन और निवेश में कटौती कर सकते हैं, जिससे नौकरी घट सकती है। सरकारें और केंद्रीय बैंक अक्सर अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने और मंदी के प्रभाव को कम करने के लिए मौद्रिक और राजकोषीय नीतियां लाते हैं।

अमेरिका में बढ़ रही बेरोजगारी

अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ रही है। जुलाई में नौकरियों की वृद्धि में मंदी आई है। यह पिछले महीने के 179,000 से घटकर 114,000 रह गई है। कंपनियां नए कर्मचारियों की भर्ती कम कर रही हैं। जुलाई में औसत प्रति घंटा वेतन में साल-दर-साल 3.6% की वृद्धि हुई। यह जून की 3.8% वृद्धि से थोड़ी कम है। फेडरल रिजर्व आमतौर पर 3.0% और 3.5% के बीच वेतन वृद्धि को अपने 2% मुद्रास्फीति लक्ष्य के अनुरूप मानता है।

यह भी पढ़ें- Stock Market Crash: एक झटके में डूबे 17 लाख करोड़, शेयर बाजार में हाहाकार

2024 में अमेरिका और कनाडा की कंपनियों ने नौकरियों में कटौती जारी रखी है। टेक्नोलॉजी, ऑटोमोटिव, वित्तीय सेवाएं, उपभोक्ता और खुदरा, स्वास्थ्य, विनिर्माण, रसद और प्राकृतिक संसाधन सभी क्षेत्रों में लोगों की नौकरियां जा रहीं हैं।

यह भी पढ़ें- ईरान-इजराइल विवाद, अमेरिका में मंदी की आशंका, 5 कारणों से टूटा शेयर बाजार

Share this article
click me!

Latest Videos

43 साल बाद कुवैत पहुंचे भारतीय पीएम, जमकर लगे मोदी-मोदी के नारे
20वां अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड, कुवैत में 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित हुए पीएम मोदी
समंदर किनारे खड़ी थी एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा, पति जहीर का कारनामा हो गया वायरल #Shorts
सचिन तेंदुलकर ने बॉलिंग करती लड़की का वीडियो शेयर किया, बताया भविष्य का जहीर खान #shorts
अब एयरपोर्ट पर लें सस्ती चाय और कॉफी का मजा, राघव चड्ढा ने संसद में उठाया था मुद्दा